27 दिसम्बर को प्रधानमंत्री ने अपने रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ में 71 साल के दिलीप सिंह मालवीया की गांववालों के लिए मुफ्त शौचालय बनाने के लिए तारीफ की। मगर मालवीया के लिए इस तारीफ पर खरा उतरना थोड़ा मुश्किल ही होगा क्योंकि उन्होंने कभी बोला ही नहीं कि वे शौचालय मुफ्त बनाएंगे। उन्होंने तो बस इतना कहा था कि जब तक शौचालय बनवाने वालों के बैंक में पैसा नहीं आ जाता वो इंतज़ार कर सकते हैं। स्वच्छ भारत अभियान के अंतर्गत हर घर जो शौचालय बनवाना चाहता है उसे बारह हज़ार रुपए मिलेंगे। बस पैसे की मांग करनेवाले को शौचालय के साथ अपनी फोटो जि़ला पंचायत में जमा करवानी होगी। मालवीया ने गांव के तेरेप्पन शौचालयों में से सत्ताईस बनाए हैं। सरपंच सुरेश वर्मा का कहना है कि जो हुआ वो अखबार में गलत खबर छपने की वजह से हुआ। ‘खबर में ये तक लिखा था कि सरपंच समेत सारा गाँव खुले में शौच करता है। मेरे घर में दो शौचालय हैं। मैंने पत्रकार को फोन करके खूब खरी खोटी सुनाई’ सरपंच ने कहा।