जिला मिर्जापुर। एक दलित महिला और एकल मां के रूप में अपने बेटे के इलाज और अपनी 16 साल की लड़की की शिक्षा के लिए पैसे जुटा रही राजकुमारी मजदूरी करके अपना और अपने बच्चों का पेट पाल रही थी। लेकिन अपने गांव की तरक्की के लिए शिवगढ़ मिर्जापुर से राजकुमारी ने ब्लॉक विकास परिषद (बीडीसी) का चुनाव लड़ा और जीत गयीं। बस, यही जीत राजकुमारी और उनकी कक्षा ग्यारह में पढ़ने वाली बेटी गीता के लिए दुखदायी हो गयी।
23 दिसंबर की रात को कुछ दरिंदों ने पूजा की अस्मत लूट ली। जिसके बाद से लगातार आरोपियों द्वारा राजुकमारी और उसके घरवालों पर दबाव बनाया जा रहा है कि वो सुलह कर ले। इसी बीच, इन हालातों से जूझती बलात्कार पीडि़त गीता ने आत्महत्या कर ली।
इस घटना के बाद लड़की के बयान और घरवालों की वजह से बलात्कार के दोनों आरोपी पप्पू और बिन्दु पर धारा 376, 306 और 452 के तहत मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया गया। इसके बाद भी जब राजकुमारी को पप्पू और बिन्दु के घरवाले परेशान कर रहें थे तब राजकुमारी के घर पर दो पुलिस वालों का पहरा लगा दिया गया।
लेकिन यह पहरा कुछ दिन ही रहा। राजकुमारी के घर से पुलिस सुरक्षा हट जाने के बाद से पप्पू और बिन्दु के घरवाले राजकुमारी को लगातार धमकियां दे रहे हैं। कहते हैं कि अगर जिन्दगी प्यारी है तो सुलह कर लो। यहां तक कि राजकुमारी का अकेले रास्ता चलना भी मुश्किल हो गया है।
राजकुमारी ने बताया कि 4 मार्च को करीब रात साढ़े ग्याहर बजे कुछ लोग मेरे खेत के करीब बसवाढ़ी की तरफ से आते दिखे थे। इन लोगों को आता देख मन में इतना डर बैठ गया है कि हम लोग रात भर जागते रहते है। उस दिन तो गांव के कुछ लोग भी हमारे घर पर ही थे। लोगों को जब उनके आने की आहट सुनाई दी, तब हम सब दौड़कर खेतों की तरफ गए लेकिन तब तक सब नहर के रास्ते भाग चुके थे।
राजकुमारी आगे कहती हैं कि इससे पहले भी आरोपियों के घरवालों ने मेरे बूढ़े माता-पिता को भी धमकी दी है कि अगर लड़की की जान प्यारी है तो उससे कहो कि सुलह करके चुपचाप से बैठ जाए। ज्यादा उछल कूद ना करे वरना अच्छा नहीं होगा।
राजकुमारी की मां और बाप रामधनी रोते हुए कहते हैं कि हम पहले ही अपनी नवासी को खो चुके हैं अगर मेरी बेटी को कुछ हो गया तो हम मर जाएंगे।
राजकुमारी बताती हैं कि बेटी के मौत के बाद हम सब लोग सदमें में आ गये थे। ना तो मैं रास्ता चल पा रही थी और ना ही मैं कुछ कर पा रही थी। केस के बारे में पता लगाने थाने गई थी तो मालूम हुआ कि केस वहीं का वहीं है और एक रिपोर्ट जो जांच के लिए लखनऊ भेजी गयी थी वो भी अभी तक नहीं आई है। हमें मिल रही धमकियों के बारे में जब हमने पुलिस को बताया तो वो बोले की एक कागज पर लिखकर दे दो।
इस पर पड़री के थाना प्रभारी ने बताया कि आरोपियों पर धाराएं लगा दी गयी हैं। जाँच चल रही है अभी वो जेल में है ।
बेटी के मौत के दो महीने बाद, मिर्जापुर के राजकुमारी को अभी भी मिल रही धमकी
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