बुन्देली में शुरू होकर अब यह बज्जिका,भोजपुरी, अवधी और हिन्दुस्तानी में भी प्रकाशित हो रहा है। मुख्यधारा के अखबारों से अलग खबर लहरिया की स्थानिय भाषा इसे अपने पाठकों से जोडती है। इसमें उन खबरों को जगह मिलती है, जिन्हें मुख्यधारा के अखबारों में बहुत कम जगह मिलती है।