बांदा में दोबारा होंगे चुनाव
जिला बांदा। बांदा में स्कूल प्रबंधन समितियां मज़ाक बनके रह गई हैं। आठ ब्लाकों में पचास समितियों का गठन नहीं हुआ है। महुआ ब्लाक के सौंता स्यौढ़ा गांव में मीटिंग ही नहीं हो पाई। प्राथमिक विद्यालय की हेडमास्टर सुनीता ने कहा कि गांव के राजा पीढि़या खुद अध्यक्ष बनना चाहता था। उसने हेडमास्टर और प्रधान शोभा के साथ गालीगलौज की और धमकियां दीं। पुलिस ने भी कुछ नहीं किया। नरैनी ब्लाक के बरछा ब गांव पंचायत के झब्बू पुरवा में एक प्राथमिक विद्यालय में समिति तो बन गई पर हेडमास्टर रमा शंकर गुप्ता ने बताया कि कई सदस्य ऐसे हैं जो दारू पीकर मीटिंग में आते हैं। पूर्व माध्यमिक विद्यालय शंकरपुर की हेडमास्टर फूला देवी ने बताया कि लोग चुनाव के दिन मीटिंग में दारू पीकर आए थे और बहुत बवाल मचा। गांव के कई लोगांे का मानना है कि चुनाव पहले से तय था। बबेरू के टोलाकलां गांव में सदस्यों को पता ही नहीं था कि उनके नाम समिति में शामिल हैं। जिले के बेसिक शिक्षा अधिकारी प्रकाश नारायण श्रीवास्तव ने कहा कि जिले में पचपन समितियां विवादित हैं। इन मामलों में पहले जांच चलेगी फिर दोबारा चुनाव कराए जाएंगे।
महोबा में जानकारी ही नहीं
जिला महोबा। यहां कई गांवों में स्कूल प्रबंधन समितियों के बारे में लोग जानते ही नहीं हैं। ब्लाक कबरई के गांव चिचारा में जूनियर प्राथमिक स्कूल में चुनाव के दिन लड़ाई-झगड़े का माहौल बन गया। 3 सितंबर को होने वाले चुनाव के बारे में पूर्व प्रधान रामसजीवन और कुछ पुराने सदस्यों ने कहा कि ना तो डिग्गी पिटवाई गई थी और ना ही किसी को चुनाव के बारे में पता था। प्रधान कमला देवी के पति श्याम मनोहर पाण्डे की मनमानी रोकने के लिए स्कूल में चुनाव होने नहीं दिए गए। गांव के कन्या प्राथमिक विद्यालय की समिति की पूर्व सदस्य विमला ने बताया कि वे जानती ही नहीं थीं कि इस समिति में क्या काम होता है क्योंकि आज तक किसी भी मीटिंग में उन्हें बुलाया ही नहीं गया था। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी मसी हुज्जमां सिद्दिकी ने कहा कि ए.बी.एस.ए. गांव में दोबारा चुनाव करवाएंगे।
चित्रकूट में स्थिति बेहतर
जिला चित्रकूट। चित्रकूट में स्कूल प्रबंधन समितियों से संबंधित जानकारी और उनके गठन की प्रक्रिया की स्थिति कुछ बेहतर नज़र आई। ब्लाक मऊ के कोलमजरा गांव के प्राथमिक स्कूल में ललिता प्रबंधन समिति की अध्यक्ष चुनी गईं। उन्होंने कहा कि वे स्कूल में नियमित रूप से पढ़ाई और मिड डे मील की गुणवत्ता पर ध्यान देंगी। प्रबंधन समिति का काम है कि स्कूल से जुड़ी समस्याओं को खत्म करे। ब्लाक रामनगर के राजापुर कस्बा के प्राथमिक स्कूल की समिति के सचिव हेडमास्टर राबेंद्र कुमार बने। उन्होंने कहा कि वे स्कूल की साफ सफाई पर ध्यान देंगे।