उत्तर प्रदेश में ऊसई तो हर छह महीना में लोक अदालत को आयोजन होत हे। पे ई साल महोबा जिला में 23 नवम्बर 2013 खा राष्ट्रीय लोक अदालत को आयोजन भओ हे। आयेजन में जोन आदमियन के पुराने मुकदमन की सुनवाई भई हे।
ब्लाक जैतपुर, गांव सतारी, एते के बृजगोपाल ने कहो कि 2006 में मोये भाई यशोदा नन्दन ने प्रधानमंत्री रोजगार योजना के तहत नब्बे हजार रूपइया लोन लओ हतो। बैंक से नोटिस भेजे के कारन ऊने आत्म हत्या कर लई हती। जीखो मुकदमा अभे तक चलत रहो हे। अब हमने राष्ट्रीय लोक अदालत में प्रार्थना पत्र दओ हे कि पूरो कर्ज मांफ कर दे। काय से ऊखे छोट-छोट लड़का बिटिया हे। परिवार पाले के लाने कोनऊ सहारा नइयां। ऊ इत्तो रूपइया कहां से भर पेहे। कबरई ब्लाक गांव ढुड़इया तिचैया के मथुरा ने बताओ कि फूलचन्द्र, खुबिया मुलुआ ने 2010 में पचास हजार रूपइया बकरी पाले खा लओ हतो। बीमारी फेले से बकरी मर गई हे। पेहले कहत हते कि दलित खा छूट मिलने हे तो हमने पूरो रूपइया नई जमा करो हे। 22 नवम्बर 2013 खा पता चलो हे कि पचास हजार रूपइया एक जने खा भरने हे।
इलाहाबाद यू.पी. ग्रामीण बैंक के वरिष्ट प्रबन्धक पी.के. सिंह ने बताओ कि महोबा जिला में 22 शाखा हे। 56 मुकदमा पूरे हो गये हे। सरकारी योजना में 25 प्रतिशत छूट हे। क्रेडिट कार्ड के मूलधन में एकऊ छूट नइयां। ब्याज में 5-6 प्रतिशत छूट दई हे।
इलाहाबाद बैंक के आगुणी जिला प्रबन्धक जे.के. धींगरा ने बताओ कि महोबा जिला में 12 शाखा हे। हमने 12 सौ नोटिस भेजी हती। जीमें 165 मुकदमा पूरे भये हें। आदमियन के ज्यादा स्थिति खराब होय से 50 प्रतिशत छूट ओर कम स्थिति खराब होय वालेन खा 25 प्रतिशत छूट दई हे।
बीस साल बाद लगी राष्ट्रीय लोक अदालत
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