यूपी में बीजेपी के क़रीब एक दर्जन विधायकों को अमेरिका के किसी नंबर से व्हाट्सऐप पर रंगदारी मांगने और जान से मारने की धमकी आई है।
सरकार ने इसकी जांच के लिए स्पेशल टीम बना दी है, जिसमें बड़े अफ़सर शामिल हैं। केंद्रीय इंटेलिजेंस एजेंसियां भी विदेशी एजेंसियों के ज़रिए इसकी जांच में जुट गई हैं।
बीजेपी के जिन विधायकों को धमकी भरे व्हाट्सऐप मेसेज और वीडियो कॉल आए हैं उनमें सीतापुर के महोली के शशांक त्रिवेदी, बुलंदशहर के डिबाई की अनीता लोधी, खीरी के मोहम्मदी के लोकेन्द्र प्रताप, शाहजहांपुर के कटरा के वीर विक्रम, गोंडा के महनौन के विनय द्विवेदी, गोंडा के तरबगंज के प्रेम नारायण, बरेली के फ़रीदपुर के श्याम बिहारी, कानपुर के भोगनीपुर के विनोद कटिया, कुशीनगर के रजनीकांत मनी त्रिपाठी, लखनऊ के नीरज बोरा, बाराबंकी के सकेंद्र वर्मा, जालौन के कल्पी के नरेन्द्र सिंह और हरदोई के गोपामऊ के श्याम प्रकाश शामिल हैं।
गोंडा के बीजेपी एमएलए विनय द्विवेदी ने जब धमकी देने वेल से व्हाट्सऐप पर पूछा कि वह उनके बारे में क्या जनता है तो उसने बताया कि उनका घर का नाम मुन्ना है। उन्हें डर है कि अमेरिका में बैठा शख्स उनके घर का नाम जनता है तो कुछ कर भी सकता है।
विनय द्विवेदी ने कहा कि ”इस देश में पहले भी प्रधानमंत्री की हत्या हो चुकी है। पूर्व प्रधानमंत्री की हत्या हो चुकी है। संसद भवन पर हमला हो चुका है तो हो सकता है कि कहीं ना कहीं यह आतंकवादियों से भी जुड़ा हो सकता है।”
पुलिस कहती है कि राज्य और केंद्र दोनों की इंटेलिजेंस एजेंसियां इसकी जांच में जुटी हैं।
इस मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) से इस प्रकरण के सभी तथ्यों की जानकारी प्राप्त करते हुए निर्देश दिए कि तत्काल एटीएस और एसटीएफ के माध्यम से प्रकरण की गम्भीरता से जांच की जाए।