जिला बांदा, ब्लाक जसपुरा का गांव सिन्धन ससुराल अउर बांदा जिला का मर्दननाका मोहल्ला मायका। हेंया के कल्ली के शादी अन्नू के साथै भे रहै। अन्नू वहिका दहेज खातिर मार के 21 अक्टूबर 2013 का घर से निकार दिहिस है।
कल्ली का कहब है कि दहेज खातिर मोर मनसवा रोज ताना मारत रहै। कहत है कि बाप से आठ हजार रूपिया अउर एक मोटर साइकिल लइके आवै। यतना दहेज न लइहे तौ मैं तोहिका न रखिहौं। मोर बाप बहुतै गरीब है जबैकि मजदूरी रोज कइके पूरे परिवार का पेट पालत है तौ यतना दहेज कहंा से पाई? अन्नू का कहब है कि जबै मोर शादी मर्दननाका मा भे तौ कल्ली का बाप मोटर साइकिल कलेवा मा दें का कहत रहै। जबैकि पांच साल बीत गे अबै तक नहीं देत आय।
जिला बांदा, ब्लाक बड़ोखर खुर्द, गांव मवई झील का पुरवा। नमता उर्फ ममता के महतारी प्रज्ञा का कहब है की 25 मई 2013 का ममता के शादी जिला कानपुर गांव पतारा के गिरजा शंकर के साथै कीने रहौं। शादी के समय ससुराल वाले दहेज के मांग नहीं करिन रहंै। अब ममता का मनसवा गिरजा शंकर रोज ताना मारत है कि एक मोटर साइकिल अउर 50 हजार रूपिया लइके अवै तबै मैं तोहिका रखिहौं। जबैकि शादी डेढ़ लाख रूपिया लागत के कीने रहौं। जउन मोरे रहै मैं सब दीने रहौं। अब कहां से पांऊ? मोर दामाद बिटिया का दहेज के कारन तीन महीना पहिले मार के निकार दिहिस है। मैं अक्टूबर 2013 मा बांदा कचहरी मा मुकदमा लगाये हौं।
मनसवा गिरजा शंकर का कहब है कि मोरे ऊपर मुकदमा न लगावै। मैं ममता का राखै का तैयार हौं।
दहेज लेब अउर अउर दहेज देब दूनौ कानूनन अपराध है। दहेज दइके मइके वाले ससुरे वालेन का बढ़ावा देत हैं। यहै से ससुरे वाले दहेज के लालच मा मेहरियन के जिन्दगी बरबाद करत हैं। इनतान मा दूनौ पक्ष के ऊपर कारवाही होय का चाही।