जिला महोबा, ब्लाक चरखारी, गांव धवारी। एते के विमला को आरोप हे कि ससुराल वालेन ने बिमारी को बहाना करके घर से निकार दओ हे। जीसे मे पांच साल से महोबा कचहरी में खाना खर्चा को मुकदमा लड़त हों।
विमला बताउत हे नौ साल पेहले कुड़ई गांव में धमेन्द्र के साथे शादी भई हती। तीन साल तक में ससुराल में तीन साल तक नींक से रही हों। मोये बुखार आउत हती तो इलाज नई कराउत हते। कहत हते कि तोये बाप ने कछू नई दओ हे। काय खे इलाज करावन हम। आदमी धमेन्द्र मोये साथे मारपीट करन लगो। कहत हतो की ते बिमार रहत हे तोओ काम नई करो होत हे। छह साल पेहले में मायके इलाज कराउन आई हती। तभे से आज तक लिबाउन नई आये हे। जीसे खाना खर्चा को मुकदमा लड़त हों। तीन साल से मारपीट को भी मुकदमा लगो हे।
आदमी धमेन्द्र कहत हे कि हम ऊखे काम करें खा कहत हते, ऊ काम नई करत हती। बिमारी को बहाना करे रहत हती। हम लिबाउन जात हते तो नई आई हे।