जिला बांदा, ब्लाक बिसण्डा, गांव कोर्रम। हेंया के मड़ई आठ साल से बिजली के समस्या का लइके परेशान हैं। बिजली विभाग वाले कउनौ ध्यान नहीं देत आय।
गांव के कमल किशोर अउर मुन्नी कहत है कि हमरे गांव मा लगभग सोलह कनेक्शन हैं। गांव मा तार अउर खम्भा भी लाग हैं, पै ट्रंास्फारमर आठ साल से फुंका है। या कारन इनतान के गर्मी मा भी कूलर, पंखा अउर टी.बी. धरे मुरचात रहत हैं। मोबाइल चार्ज करैं का परेशानी होत है अउर चार-चार दिन बंद धरे रहत हैं। मिट्टी का तेल बीस रूपिया लीटर मिलत है। कहां तक मोल का खरीदन। यहिसे लागत है कि टंªास्फारमर धई जाय तौ नींक है।
गांव का चन्द्रपाल बतावत है कि गांव मा सांसद निधी से बिजली के तार अउर खम्भा खातिर चार लाख पचास हजार रूपिया आवा रहै, पै बिजली विभाग के लापरवाही के कारन काम ठीक से नहीं होय पावत आय।
बिजली विभाग के जेई राजेश कुमार श्रीवास कहत है कि अब दुबारा से कनेक्शन ले तबै बिजली भेजी जई।
बिना बिजली का गांव
पिछला लेख