जिला सीतामढ़ी, प्रखण्ड सोनबरसा, पंचायत इंदरवा, गांव दलकावा। उहां बिजली बिना स्टेट बोरिंग थप परल हई। जेई कारण बिगहा के बिगहा खेत परती रह गेल हई। किसान के खेत देख के चिंता बढ़ रहल हई कि केना पेट चलतई।
उहां के किशोरी राय, जितेन्द्र माझी कहलथिन इहां के स्टेट बोरिंग कोन काम के हई जेईसे केकरो खेत पटवन न होई छई। सात-आठ साल पहिले स्टेट बोरिंग हललई। लेकिन बिजली न रहे के कारण चालू न भेलई। 2011 में बिजली के तार, पोल, ट्रांसफाॅर्मर लगा के जे लोग गेलई से वापस न अलथिन। खेहरू राय कहलथिन कि हमरा एक बिगहा खेत पानी के पटवन बिना परती रह गेलई। दोसर बोडिंग से पानी न पटबईली कयला कि ढ़ाई सौ के घण्टा लगई छई।
मुखिया कारो देवी के पति अयोधि पासवान कहलथिन हम केतना बेर आवेदन देली लेकिन ऐई पंचायत में बिजली न आ रहल हई। हम कोशिश में लागल छी कि केहु तरह बिजली आवे।
बिजली विभाग के स्कूटी इंजिनियर के.वी. चंद्रा कहलथिन कि ओई गांव में राजीव गांधी ग्रामीण विद्युतकरण योजना से बिजली लागल रहई। लेकिन अब नाॅर्थ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन लिमिटेड कम्पनी के द्वारा काम देखल जाई छई। उ कम्पनी बहुत जल्दी ऐई समस्या के समाधान करथिन।
बिजली बिना बोडिंग बंद
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