लखनऊ। यहां 7 दिसंबर को मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने एक और वादे में खेती के सीज़न के चलते ग्रामीण इलाकों में दस से बढ़ाकर चैदह घंटे बिजली देने की घोषणा की। जनवरी 2014 से इसे लागू किया जाएगा।
उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन ने बताया कि इसके लिए आने वाले पंद्रह दिनों में काम शुरू किया जाएगा। दिसंबर अंत तक बारह घंटे बिजली दी जाएगी और उसके बाद कटाई का समय आते आते इसे चैदह घंटे कर दिया जाएगा। सारनाथ, पानकी, मोरादाबाद और मोदीपुरम में चार नए कंट्रोल रूम भी शुरू किए गए हैं। साथ ही मुख्यमंत्री ने बिगड़े पड़े ट्रांसफार्मरों को हटाकर चलते हुए ट्रांसफार्मर लगाने के आदेश दिए हैं।
दूसरी ओर, पिछले कुछ हफ्तों में राज्य में कम से कम दस पावर प्लांट अलग अलग तकनीकी खराबियों के कारण बंद पड़े हैं। इस वजह से राज्य की बिजली ज़रूरतों और सप्लाई में काफी अंतर रहा। सोनभ्रद्र जिले के आनपाड़ा यूनिट को कोयले की कमी के कारण कुछ देर के लिए बंद होना पड़ा। इससे पहले ओबरा और पानकी के यूनिट में भी खराबी चल रही है। इन सबका सबसे ज़्यादा असर राज्य के ग्रामीण इलाकों पर पड़ा है।
बिजली का एक और वादा
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