गर्मी मा चित्रकूट अउर बांदा मा दिन रात बिजली कटौती से मड़इन का जियब हराम करे है। दिन का चयन अउर रात के नींद न आवैं से उल्टी टट्टी जइसे के बीमारी का बोल बाला है अउर पानी के विकराल समस्या आ गे है।
मड़इन का धरना प्रर्दशन के बाद भी बिजली विभाग कउनौ ठोस कदम नहीं उठावत हैं। एक तरफ जेतना बिजली कटौती से जूझत है तौ दूसर कइत बडे़-बडे़ कारखना अउर अधिकारी बिजली का मजा लेत हैं। जबै बिजली रहत है तौ अधिाकरिन के घरन मा कूलर, पंखा के अलावा ए.सी. भी चलत हैं। जेहिका ज्यादा लोड होय के कारन बिजली का लोड उपकरण नहीं सहि पावत हैं अउर तुरतै बिजली के मशीनै फुंक जात हंै। दूसर बात कि जहां भी सरकारी काम चालू है चाहे वा सड़क बनावैं का होय या फिर सरकारी बिल्ंिडग का। अउर तौ अउर बड़ी-बड़ी थ्रेषर मषीनै अउर खदानन के ब्लास्टिंग जइसे के काम मा भी बिजली का खूबै उपयोग कीन जात है। इं सबै कामन से बिजली विभाग का मोटी रकम के कमाई मिलत है। यहै से ग्रामीण क्षेत्र अउर रोजमर्रा के समय आवैं वाली बिजली के कटौती कइके बाकी लोगन का भरपूर बिजली दीन जात है। तीसर बात कि बिजली विभाग मा लाग उपकरण यतने जर्जर है कि उंई बिजली का ओवर लोड सहि नहीं पावत अउर धड़ाम से बोल जात हैं, जेहिका असर सीधे आम जनता का भुगतै का परत है, पै सरकार का यहिका कउनौ असर नहीं परत है।