बरसात का समय सिर पर है लेकिन नगर पालिका और ग्राम पंचायत का सफाई अभियान अभी धीमी गति से ही चल रहा है।
जिला बांदा, ब्लाक बड़ोखर खुर्द, गांव तिन्दवारा और महुआ ब्लाक का गांव बरईमानपुर। इन दोनों ही गांव के लोगों ने बताया कि यहां पिछले एक साल से सफाई नहीं हुई है। यहां सफाई कर्मी है ज़रूर पर एक साल से उसे किसी ने नहीं देखा।
चिल्ला कस्बा का वार्ड 6। यहां के बहादुर और शिवशंकर ने बताया कि सफाई कर्मी नाली साफ करके कूड़ा का ढेर बगल में लगा देते हैं। कूड़ा सूखने के बाद उसी नाली में दोबारा चला जाता है। सफाईकर्मी नीतू और अनिल कुमार बताते हैं कि पांच हजार की आबादी हैं। कैसे और कहां कहां सफाई करें? नरैनी ब्लाक के कस्बा नरैनी और नहरी के लोगों ने बताया कि नाले में पन्नी ही पन्नी तैरती हैं। यहां पर सफाई का बजट हर साल आता है। लेकिन कहां जाता है पता नहीं ।
जिला पंचायत अधिकारी आर. डी. यादव का कहना है कि जिले के कुल 750 सफाई कर्मियो की पांच पांच सदस्यीय टीम बनाकर लोहिया ग्रामों की सफाई कराई जा रही है। इसके बाद अन्य गांवों की सफाई कराई जाएगी।
चेयरमैन सुनीता चैरसिया का पति राकेश चैरसिया का कहना है कि सफाई अभियान चलाकर नालियों की सफाई का काम निपटाने की कोशिश की जा रही है।