जिला बाराबंकी, ब्लाक हैदरगढ़, गाँव सराय चन्देल हिया कै सुमित मनई के बीच समाज सेवा करत अहै। उनकै बालू सीमेंट कै दूकान बाय साथ ही ईट भट्ठा भी चलावाथिन।सुमित एक गरीब परिवार से रहे उनका काफी परेशानी कै सामना भी करै का परा। आज जब उनके पास सब संसाधन बाय फिर भी वै गरीब कै सेवा करब नाय भूलिन।
सुमित सिंह चंदेल ईट भट्ठा मालिक कै कहब बाय कि हम गरीबन कै सेवा करीथी। येहि समय ठंढी कै सीजन बाय हमर कोशिश बाय कि ज्यादा से ज्यादा गरीब का कम्बल दे सकी जेसे हमरे आत्मा का सुकून मिले। वकरे बाद हमै हर चौराहा पै अलाव कै व्यवस्था कराउब।
सुमित कै कहब बाय कि हम कौनौ पार्टी मा नाय आवै चाहित न ही कौनौ पार्टी से मतलब बाय। हम समाज सेवा करत हई ज्यादातर जवन बुजुर्ग अहैं विधवा अहैं जेकै केहू नाय सुनत वकै हम समस्या सुनीथी। अगर हमें लागाथै कि येहि गाँव मा बिजली आवै का चाही तौ हम वहि बिजली कै सुबिधा भी करीथी। हैदरगढ़ बिधानसभा शिक्षा के बारे मा काफी पीछे बाय जेसे हम हिंया के मनई का इहै बात समझाई थी कि अपने गेदहरन का पढ़ावे। जउने चीज कै व्यवस्था न हुवय हमै बतावै हम अपने पास से पूरा करब।
सुमित कै कहब बाय कि हम समाज का इक सन्देश दिये चाहीथी कि आज के समय मा मनई शिक्षित संगठित अउर सुरक्षित रहैं। हमार इहै अपील बाय कि अपने गेदहरन का शिक्षा दिये। अगर शिक्षित रहिहै तबै कुछ काम कै सकाथिन। केहू तबै एक अच्छा डाक्टर, वकील, टीचर बना थै जब अच्छी पढाई हुवय। हमार इहै सन्देश बाय कि मनई शिक्षा का आगे बढ़ावे।
सराय चंदेल कै रहै वाले राम बहादुर कै कहब बाय कि हमरे सब कै बहुत मदद कराथिन। आँख मा दिक्कत रही वका ठीक कराइन। मेवालाल कै कहब बाय कि सुमित भाई बढ़िया मनई अहैं। समाज मा कम्बल बितरित करत अहैं।बूढ़े बुजुर्ग कै सहारा बना अहैं। हम गरीब आदमी पैसा नाय रहा बच्चे के आँख मा चोट लाग रही इनकी सहायता से आज हमार गेद्हरा ठीक होइगै। अगर इनकी तरह और मनई होय जाय तौ सब बढ़िया ही रहै।
रिपोर्टर- फिज़ा और नसरीन
Published on Jan 20, 2017