जिला बाराबंकी, ब्लाक हैदरगढ़, गाँव रसूलपुर मा नोट्बंदी कै असर अब तक देखात बाय। काहे से वहि समय खेत मा खाद पानी दिये कै समय रहै।जवन किसान नाय दे पाये उनके फसल कै पैदावार कम भए। जेसे उनका उचित दाम नाय मिल पावत बाय।
खेत मजदूर अजय कुमारी कै कहब बाय कि खेती ज्यादा नाय बाय दुसरे के खेत मा काम करीथी। महीना दुई महीना भरका खाय का मिल जाथै। वकरे बाद फिर से खरीदे का पराथै। खेत मा ज्यादा लगाय दिये से कुछ महीना बाद सूख जाथै तब अच्छी नाय लागत।
जगदीश खेत मजदूर कै कहब बाय कि बिगहा भर मा पन्द्रह कुंतल आलू निकरा थै। हमरे खेत नाय बाय दुसरे के खेत मा मजदूरी करीथी। आलू खेत मा लगायके खाद पानी समय समय पै दीन जाथै। जब पौधा थोड़ा बडा होय जाय तौ सेल्ही चढ़ाय जाथै वक्रे बाद तीन महीना मा आलू तैयार होय जाथै।जेकरे पास ज्यादा रहा थै बीस पचीस दिन बाद स्टोर मा जमा कै दियाथै। जेसे आलू सड़त नाय।
रिपोर्टर- नसरीन
Published on Feb 9, 2017