जिला बाराबंकी, गांव मुबारक पुर, 11 साल कै शिवानी इलाज के ताई अस्पताल गई अउर वापस नहीं आई, पर अस्पताल के पास नाय बाय कउनौ प्रमाण
स्वास्थ्य सुविधा का बेहतर करै कै दावा करै वाली उत्तर-प्रदेश सरकार कै दावा वहि समय फेल होइगा जब 7 अगस्त का बाराबंकी जिला के मुबारक पुर गाँव कै ग्यारह साल के शिवानी कै इलाज के समय अस्पताल मा मउत होइगै। मामला भले ही अलग-अलग हुवय लकिन डाक्टर के लापरवाही से बच्चों के मौत कै संख्या दिन व दिन बढ़त जात बाय। का सरकार रोक पाये?
दृगपाल मृतिका कै पिता कै कहब बाय की पंद्रह बीस दिन पहिले शिवानी के बुखार रहा बीच मा ठीक होय गा रहा। अचानक चार पांच दिन के बाद पेट मा दर्द भा। दर्द के बाद झटका लाग अउर ऊ बेहोश होयगए। वक्रे बाद हम बाराबंकी जिला अस्पताल इलाज के ताई लै गयन। वहि डाक्टर हमरे साथे हद से ज्यादा लापरवाही करिन। न स्ट्रेचर न बेड कउनौ व्यवस्था नाय रही जमीन मा लेटाये रहेन। डाक्टर हमसे कुछ विशेष बात नाय बताइन लकिन चार घंटा मौका मिला रहा इलाज करै का। डाक्टर कहीं तबियत ज्यादा गड़बड़ बाय मान के चला की नब्बे प्रतिशत उम्मीद नाय बाय दस प्रतिशत आपके बच्ची का बचाया जाय सकाथै। हमरे साथे चार जने इलाज के ताई गा रहे रात मा लगभग ढाई बजे तबियत खराब भए। सुबह लगभग साढ़े ग्यारह बजे रिपोर्ट बनाय के निकाल दिहिन।
जिला अस्पताल कै अधिकारी कुछ भी बोलै से मना कै दिहिन। रिकार्ड चेक करै पै अस्पताल मा शिवानी नाम के मरीज कै कउनौ केस अस्पताल मा नाय आय बाय। एक तौ डाक्टर लापरवाही करिन दूसरे सारा रिकॉर्ड भी मिटाय दिहिन। परिवार वाले कै आरोप बाय की हमरे बच्ची के पेट मा दर्द रहा अउर डाक्टर बुखार कै इलाज करत रहे। उनही के लापरवाही से बच्ची कै मउत भए।
रिपोर्टर- नसरीन
25/08/2017 को प्रकाशित