जिला बांदा, ब्लाक बड़ोखर खुर्द, ग्राम पंचायत भुरेड़ी। लगातार आठ दिन दिन बारिश होने के कारण केन नदी के किनारे बसे गांव और मोहल्ल में बाढ़ आ सकती है। प्रशासन का कहना है कि बाढ़ से निपटने के लिए सभी इंतजाम कर लिए गये हैं।
केन नदी के बगल से बसे भुरेड़ी के रहने वाले सुदामा, सन्तू और बबलू बताते हैं कि 28 से 30 जून 2013 तक नदी उफान में थी। यहां 1978, 1992, 2005 और 2008 में बाढ आ चुकी है।यहां पर लगभग पांच हजार आबादी के लोग रहते हैं। इस समस्या को झेलने वाले गांव कनवारा, छोटा पुरवाबोधी पुरवा, गोड़ी बाबा का पुरवा समेत बांदा शहर के मोहल्ला कंचन पुरवा, हरदौली घाट सहित लगभग बीसों गांव आते हैं। भुरेड़ी प्रधान राम किशन का कहना है कि हमने कई बार प्रशासन को दरखास दी है कि हमारे गांव को ऊंची जगह पर बसाया जाए। आज की स्थिति में हम किसी भी समय बाढ़ की चपेट में आ सकते हैं।
बांदा एस. डी. एम. गिरीश कुमार शर्मा कहते हैं कि केन नदी के खतरे का निशान 107 है। अभी तक नदी 105 तक ही आ पाई है । बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए सारे इंतजाम कर लिए गये हैं। जिसमें 25 बाढ़ चैकियां, 61 तैराक और 44 गोताखोरों के नाम व मोबाइल नम्बर सहित लिस्ट बना ली गई है। क्योंकि बाढ़ की स्थिति में लोगों को बचाना सबसे अहम काम होता है।
बाढ़ से भयभीत लोग
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