यूपी के बागपत जेल में माफिया डॉन मुन्ना बजरंगी की हत्या कर दी गई है। बजरंगी पर लूट और हत्या के कई मामले दर्ज थे। वह पेशेवर हत्यारा था।
कृष्णानंद राय की हत्या के मामले में वह जेल में बंद था। मुन्ना बजरंगी को मुख्तार अंसारी का खास माना जाता था।
बता दें, पूर्व बीएसपी विधायक लोकेश दीक्षित से रंगदारी मांगने के आरोप में बागपत कोर्ट में मुन्ना बजरंगी की पेशी थी। पेशी से पहले गैंगवार में जेल में उसकी हत्या हो गई। एक दिन पहले ही उसे झांसी जेल से बागपत लाया गया था।
सूत्रों के अनुसार, उसे तन्हाई बैरक में कुख्यात सुनील राठी ओर विक्की सुंहेड़ा के साथ रखा गया था।
बता दें, मुन्ना बजरंगी का असली नाम प्रेम प्रकाश सिंह है। 1967 में यूपी के जौनपुर जिले के पूरेदयाल गांव में मुन्ना बजरंगी का जन्म हुआ था। 7 लाख का इनाम घोषित था। दिल्ली पुलिस ने पहले इसे गिरफ्तार किया था लेकिन वह फरार हो गया था। मुन्ना बजरंगी की पत्नी सीमा ने 29 जून को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर हत्या की आशंका जताई थी।
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुन्ना बजरंगी की हत्या मामले में जांच के आदेश दे दिए हैं।