बांदा जिला के ब्लाक तिंदवारी के गांव विछ्वाही मा 2017,2018 मा लगभग डेढ़ सौ मजदूर खंती खोदिन हैं, पै मजदूरी के पइसन का भुगतान अबै तक नहीं भा। बी.डी.ओ.या प्रधान से कइयों दरकी गुहार लगाये हैं तौ उनका कहब है कि तुम्हार खंती का पइसा सब भुगतान कई दीन गा है।
राजू का कहब है कि हमार खंती चालीस हैं, हमै छह हजार रुपिया दीन गा है अउर बांकी केत्ता है मोहिका पता नहीं आय। हम पढ़े लिखे तौ नहीं आहिन। मई जून के महीना मा खड़ी दुपाहरी मा खोदे हन। पइसा मिल जइ तौ पेट के खातिर होई जइ। राजकुमार बताइस कि बीस पच्चीस मड़इ खंती खोदिन हैं। मोर खंती एक सौ पचास हैं, तीस खंती का पइसा बांकी है। दूसर साल लाग गा है, जबै मांगें जइत है तौ कहि देत है कि तुम्हार पइसा मास्टर रूम मा चला गा है। किसुनिया का कहब है कि बारह खंती का एकौ पइसा नहीं मिला आय। सुशीला देवी बताइस कि सौ खंती मा एक साइकिल अउर सौर ऊर्जा देका लालच दइके खोदवाइस है। मड़इ पइसा के लालच मा दिन-दुपाहरी भूखे-प्यासे खंती खोदिन हैं।
प्रधान दयाराम का कहब है कि मोर वाले मा कउनौ का खंती का पइसा नहीं बांकी आय। सबका पूरा भुगतान कीन गा है।
बाबू नरेगा विभाग,प्रमोद कुमार कहब है कि मोर स्तर मा सबके पइसन का भुगतान होई गा है। मैं सबका कई दीने हौं, जउन शेष भुगतान जनवरी का पड़ा रहा है वा भुगतान 17 अप्रैल तक पूरा होइगा है। 22 जनवरी के बाद ऊपर से पइसा भुगतान नहीं भा रहा आय। हिंया से सबका होइगा है। हमरे हिंया एक दिन जोड़ा जात है अउर दूसर दिन भुगतान कई दीन जात है।
रिपोर्टर- शिवदेवी