बांदा जिला के पलरा गांव मा खडंजा तीन साल पहिले पास होइगा रहै। तीन साल गुजर गें हैं, पै आज तक गांव के मड़इ खडंजा के आस मा बैइठ हैं। यहिके खातिर जबै प्रशासन का कहा जात है, तौ समस्या का टाल के कुछौ नहीं करत आय।
पार्वती का कहब है कि प्रधान से कहित है, हाथ पांव जोड़ित है, पै खडंजा नहीं डरवावत आय। तकलीफ इतनी है कि मोर लड़का कहत है कि अगर हिंया खडंजा पड़ जइ, तौ मैं आपन तीन पहिया मा पानी लइके आपन महतारी का दइ सकिहौं। बहुतै ज्यादा तकलीफ है। रामरूप बताइस कि सड़क से लइके मोरे दरवाजे तक पास भे रही है। लगभग 35-40 फुट होई। प्रधान से कहित है तौ प्रधान कहत है कि कल अहिहौं, अउर कहूं कहत है कि मैं खडंजा न डरा पइहौं। कहत है कि कउनौ रोकत है, जबै हम पूछित है, तौ बतावत नहीं आय। प्रताप का कहब है कि दुई तीन साल पहिले पास होइगा है। बरसात मा भयंकर रूप से जल भराव होई जाय के कारन निकरैं ,बैइठय मा बहुतै तकलीफ होत है। कइयों दरकी तौ मड़इ फिसल के गिर जात है। पानी भर है तौ वहिमा कांच, कांटा, खूंटी, कचरा भर जात है। सचिव कमल यादव का कहब है कि मोर संज्ञान मा अबै नहीं आवा आय। जांच के दौरान पता चली कि कउन खडंजा नवा आय जउन खडंजा बिछा नहीं आय। जबै ग्राम सभा के खुली बैइठक होई तौ आपन प्रस्ताव पारित करवालें। वही अनुरूप कालोनी बनत है। कालोनी बनै के उपरांत काम करावा जइ।
रिपोर्टर- शिवदेवी