जिला बांदा, ब्लाक तिन्दवारी, गांव जौहरपुर हेंया जानवरन गलाघोंटू के बीमारी फइली है जेहिसे अबै तक दर्जनन जानवर के जान चली गें हैजिला बांदा, ब्लाक तिन्दवारी, गांव जौहरपुर हेंया जानवरन गलाघोंटू के बीमारी फइली है जेहिसे अबै तक दर्जनन जानवर के जान चली गें है मड़इन का कहब है कि जून के महीना मा जानवरन का टीका लाग जात रहै पै या दरकी जुलाई मा टीका लाग है यहै कारन बीमारी फइली है पशु विभाग के डाक्टर धर्मेन्द सिंह का कहब है कि हेंया दुइ सौ मजरा अउर गांव है तो समय लागत है मड़ई सुबेरे से जानवर छोड़ देत है कुछ जानवर टीका लगावै का रहि जात है। गलाघोंटू के बीमारी मा तेज बुखार आवत रहै मुंह से लार निकलत है अउर गला से तेज तेज आवाज आवत है। मुकेश सिंह अउर शंकर सिंह का कहब है कि हमार गांव मा अबै तक कइयौ जानवर गलाघोटूं के बीमारी से मर गे है यहै कारन हम आपन जानवरन के प्राइवेट डाक्टर से दवाई कराइत हन जेहिसे एक दिन मा लगभग दुइ हजार रुपिया इलाज एक दिन मा लागत है। जून के महीना मा जानवरन का टीका लगै का रहै पै जुलाई के आखरी दिनन मा टीका लाग रहै जबै तक जानवरन मा बीमारी फइल गें रहै रन्नो,शिवदत्त अउर रामकरन सिंह का कहब है कि जानवर मा गलाघोंटू बीमारी फइली है तै यहिके खातिर पशु विभाग मा दरखास दीने हन पै हुंवा से कउनौ डाक्टर नहीं आय आहीं। यहै कारन हमें प्राइवेट डाक्टर से दवाई करावै का पड़त है। जेहिमा तीन सौ से एक हजार रुपिया रोज इलाज खातिर लागत है। हमार जानवरन के लार निकलत है अउर गला फूल जात है अउर गला मा खरखराहट के आवाज आवत है।
रिपोर्टर- शिवदेवी
Published on Aug 3, 2017