जिला बांदा, ब्लाकं तिंदवारी, गांव मुंगूस मा बिजली के तार जर्जर है। अगर पानी बरसत अउर तेज हवा चलत है तौ तार टूट के गिर जात है। यहिसे गांव के मड़इनक बीस बीस दिन तक अंधियारे मा रहैं का परत है। बिजली के तार बदलावैं खातिर बिजली विभाग मा कहा जात है तौ कहि देत हैं कि बदला दीन जइहै।
गांव के राम आसरे का कहब है कि बिजली का तार टूट के गिरत है। यहिसे मड़इन अउर जानवरन के जान जाये का खतरा बना रहत है। या समय हमरे गांव मा बीस दिन से अंधियारा फइला है। यहिसे मोबाइल चार्ज नहीं होइ पावत है।
राजेश शुक्ला का कहब है कि बिजली के व्यवस्था बहुतै खराब है। बस बिजली विभाग वालेन का तौ बिल भेजैं से मतलब रहत है। बिजली है या नहीं यहिसे कउनौ मतलब नहीं रहत आय।
राजू कहिस कि बिजली का तार बदलैं खातिर बिजली विभाग मा कहा गा रहै तौ जेई कहत रहै कि लाइनमैन से कहो वा तार बदली। बस हिंया हंुवा भटकावत रहत है,पै तार नहीं बदलैं।
ललिता कहत है कि इनतान के बरसात मा रात के अंधियारे मा कीरा पतीरा का डेर बना रहत है। पानी चाहे जेत्ता बरसे गमी्र तौ बनी रहत है। बीस दिन से बिजली का तार टूट होय से उजियारे का तरसित हन। रामचंद यादव का कहब है कि मोर भांजी के शादी है। हुंवा दौरी अउर बहिनी का चीकट लइके जाये कां है।
गांव के राम आसरे का कहब है कि बिजली का तार टूट के गिरत है। यहिसे मड़इन अउर जानवरन के जान जाये का खतरा बना रहत है। या समय हमरे गांव मा बीस दिन से अंधियारा फइला है। यहिसे मोबाइल चार्ज नहीं होइ पावत है।
राजेश शुक्ला का कहब है कि बिजली के व्यवस्था बहुतै खराब है। बस बिजली विभाग वालेन का तौ बिल भेजैं से मतलब रहत है। बिजली है या नहीं यहिसे कउनौ मतलब नहीं रहत आय।
राजू कहिस कि बिजली का तार बदलैं खातिर बिजली विभाग मा कहा गा रहै तौ जेई कहत रहै कि लाइनमैन से कहो वा तार बदली। बस हिंया हंुवा भटकावत रहत है,पै तार नहीं बदलैं।
ललिता कहत है कि इनतान के बरसात मा रात के अंधियारे मा कीरा पतीरा का डेर बना रहत है। पानी चाहे जेत्ता बरसे गमी्र तौ बनी रहत है। बीस दिन से बिजली का तार टूट होय से उजियारे का तरसित हन। रामचंद यादव का कहब है कि मोर भांजी के शादी है। हुंवा दौरी अउर बहिनी का चीकट लइके जाये कां है।
11/07/2016 को प्रकाशित
बांदा के मुंगूस और पपरेंदा में बरसात होते ही बिजली ठप