जिला बांदा, ब्लाक महुआ, गांव मुंगौरा मनरेगा का काम शुरू करावै खातिर सरकार बहुतै रुपिया खर्चा तौ करिस,पै वा रुपिया से मजदूरन के मजदूरी भी नहीं मिल पावत आय। तौ सरकार का रुपिया जात कहां है?
हेंया के लगभग पचास मजदूर के मजदूरी जून महीना से अबैैै तक प्रधान नहीं दिहिस आय। जबै कि जांब कार्ड भी प्रधान अपने घर मा धरे है। मजदूरी न मिले के कारन मड़ई हेंया हुंआ भटकत हैं। पै शासन प्रशासन का मजदूरन के समस्या नहीं देखात आय।
कमला बतावत हैं कि मोर तबियत खराब रहत है। पै जिनके हेंया चार महीना खंती खोदे हौ दस दस दिना वा रुपिया नहीं मिलत आय जेहिसे कि आपन इलाज करवा सकौं। या से बीमारी से जूझत हौं।
रामनरेश का कहब है कि पंचयात मित्र अनिल कुमार है अउर प्रधान उमेश है। उंई लोग हमार जंाब कार्ड अपने पास रखे हैं।
उंई या से जांब कार्ड रखे हैं काहे से वहिसे फायदा होत है। जबैै हम बाहर जइत हन तौ वा जांब कार्ड मा हाजरी भर देत हैं। कउनौ दूसरे के खाता मा रुपिया मंगवा लेत हैं। इनतान कइयौ बार होई चुका है।
फूलचन्द्र का कहब है 2010 के बाद जउन पंचवर्षीय योजना बनी है वहिमा जउन लोग मजदूरी करै जात हैं तौ कउनौ मतलब नहीं आय।
मुकू का कहब है चार महीना होई गें अबै तक हमार खंती के मजदूरी नहीं मिली आय।
या मामला मा सी डी ओ रामकुमार सिंह का कहब है जब सरकार से रुपिया मिली तबहिने लोगन का दीन जई।
रिपोर्टर- गीता
05/09/2016 को प्रकाशित