जिला बांदा, ब्लाक नरैनी, गांव गुढ़ाकला हेंया समय से आंगनबाड़ी नहीं खुलत आय। न गर्भवती मेहरियन का खाना दीन जात आय, न बच्चन का पढ़ावा जात है। यहै कारन गांव के मड़ई आंगनबाड़ी का हटावे के मांग करत है। जिला कार्यक्रम अधिकारी इशरत जहां कहत है कि आंगनबाड़ी के जांच कराई जई।
श्री राम, धीरेन्द्र कुमार अउर चुन्ना प्रसाद कहत है कि हमार गांव के आंगनबाड़ी से कउनौ गांव का मड़ई खुश नहीं आय। काहे से वा न पंजीरी बांटत आय, न बच्चन का स्कूल मा पढ़ावत आय। जउन दिना पंजीरी बांटे का होत है वा दिना स्कूल बंद राखत हैं सुधा, लीला सिंह,सुमन अउर मुन्नी का कहब है कि आंगनबाड़ी का स्कूल सुबेरे नौ बजे खुलत है पै वा ग्यारह बजे आधा घंटा के लाने खोलत है। बच्चन का नहीं पढ़ावत आय। गर्भवती मेहरियन का खाना भी नहीं दीन जात आय महीना मा तीन-चार दिना बस स्कूल खोलत है।
दस रुपिया पांकेट पंजीरी देत है। रात के तीन-चार बोरिया पंजीरी बेंच लेत है, कइयौ दरकी पकड़ा हन। वहिका कुछौ कहो तौ कहत है जउन देखाये तउन करो। प्रधान बाभन आय वा ठाकुर आय। हम गांव के सब मड़ई चाहित हन कि या आंगनबाड़ी का हमार गांव से हटावा जाये।
रिपोर्टर- गीता देवी
20/03/2017 को प्रकाशित