जिला बांदा, शहर बांदा, ब्लाक नरैनी से कालिंजर तक सड़क मा चलब लोहे के चना के चबाये जइसे का हाल है। या सड़क अबै लगभग दस महीना पहिले बनी रहै। पहिली बरसात मा सड़क खराब होइगे है। सड़क मा बहुतै बड़े बड़े गढ़वा हैं। अगर सड़क ना बनी तौ यहिनतान रोजै घटना होत रहिहैं। इनतान लागत है कि पी. डब्लू. डी. विभाग वालें का यतने बड़े कस्बा के खराब सड़क नहीं देखाई देत है।
रामपति का कहब है कि 20 अगस्त का अपने घर मोटर साइकिल से अपने लड़का के साथै जात रहेन । सड़क खराब होय के कारन से हमार मोटर साइकिल अचानक पलट गे। या कारन से हम तीनौ लोग गिर गें रहेन। या सडक से रोज का लगभग दस हजार मड़ई आवत जात है। आज हम लोग गिरे हन कल कउनौ अउर ज्यादा घायल होई सकत है। पी.डबल्यू. डी. विभाग के अधिशाषी अभियंता आर. सी. शुक्ला का कहब है कि अगर सरकार कइती से बजट अई तौ बरसात बाद बनवा दीन जई।
रामपति का कहब है कि 20 अगस्त का अपने घर मोटर साइकिल से अपने लड़का के साथै जात रहेन । सड़क खराब होय के कारन से हमार मोटर साइकिल अचानक पलट गे। या कारन से हम तीनौ लोग गिर गें रहेन। या सडक से रोज का लगभग दस हजार मड़ई आवत जात है। आज हम लोग गिरे हन कल कउनौ अउर ज्यादा घायल होई सकत है। पी.डबल्यू. डी. विभाग के अधिशाषी अभियंता आर. सी. शुक्ला का कहब है कि अगर सरकार कइती से बजट अई तौ बरसात बाद बनवा दीन जई।
रिपोर्टर- मीरा देवी और गीता
25/08/2016 को प्रकाशित
बाँदा ज़िले में नरैनी से कालिंजर वाली सड़क में चलना खतरे के खेल से कम नहीं