जिला बांदा, शहर बांदा लेखपाल 23 से 29 अगस्त तक धरना धरिन। धरना धरै का कारन रहै कि उनके मांगन का सरकार पूर करै। अगर मांगै पूर ना होई तौ उंई लखनऊ विधान सभा का घेराव करिहैं।
जमुआरा गांव के लेखपाल शिवकुमार का कहब है कि एक लेखपालन का छह से सात गांव तक अकेल देखै का परत है। वेतन एक गांव के हिसाब का दीन जात है। अब एक लेखपाल सात गांव का कसत देखत है या तौ लेखपाल जान सकत है। हमार मांग है कि सरकार हमार वेतन बढ़ावै नहीं तौ हम कार्य बहिष्कार करिबे। अगर फेर भी सरकार ध्यान न देई तौ हम बस एक गांव मा काम करिबे। यहिनतान तहसील सचिव रामलाल का कहब है कि जिला मा कुल तीस लेखपाल हैं। जबैकि पूर जिला मा अड़सठ लेखपाल के जरूरत है। हमार मांग है कि लेखपाल का जिला मा रखा जाये।पुरान पेंशन योजना का लागू कीन जाये।
लेखपाल के कमी का सरकार खतम कीन जाये। इं समेत लेखपालन के छह मांगै हैं। मांगै पूर ना होई तौ लखनऊ तक जइबे।
जमुआरा गांव के लेखपाल शिवकुमार का कहब है कि एक लेखपालन का छह से सात गांव तक अकेल देखै का परत है। वेतन एक गांव के हिसाब का दीन जात है। अब एक लेखपाल सात गांव का कसत देखत है या तौ लेखपाल जान सकत है। हमार मांग है कि सरकार हमार वेतन बढ़ावै नहीं तौ हम कार्य बहिष्कार करिबे। अगर फेर भी सरकार ध्यान न देई तौ हम बस एक गांव मा काम करिबे। यहिनतान तहसील सचिव रामलाल का कहब है कि जिला मा कुल तीस लेखपाल हैं। जबैकि पूर जिला मा अड़सठ लेखपाल के जरूरत है। हमार मांग है कि लेखपाल का जिला मा रखा जाये।पुरान पेंशन योजना का लागू कीन जाये।
लेखपाल के कमी का सरकार खतम कीन जाये। इं समेत लेखपालन के छह मांगै हैं। मांगै पूर ना होई तौ लखनऊ तक जइबे।
रिपोर्टर- गीता
25/08/2016 को प्रकाशित
बाँदा के लेखपालों का धरना
मांगें पूरी न होने पर विधान सभा का घेराव करेंगे