जिला बांदा, ब्लाक नरैनी, गांव बदौसा जहां एक कइती मड़ई बाढ़ से परेशान रहैं। अब उंई मड़ई गन्दा पानी पियै का मजबूर हैं। सप्लाई नल अउर टंकी तौ हैं उनमा गन्दा पानी आवत है। या से कइयौतान के बीमारी होत है।
प्रमोद कुमार गुप्ता का कहब है कि पियै के पानी खातिर हम पचे बहुतै परेशान होइत हन। पहिले तौ दुई तीन दिन मा सप्लाई नल से पानी मिल जात रहै,पै पन्द्रह दिन से पानी बिल्कुल नहीं आवत। या से हैंडपम्प का पानी दूर भरै जाये का परत है। पानी से येत्ता ज्यादा बदबू आवत है कि मड़ई पी नहीं सकत आये।
राहुल बीमार होई गा या गन्दा पानी पी के वहिकर कहब है कि वहिके पेट मा बहुतै पीरा होत है। पै कउनौ पानी का साफ़ करावै का नहीं सोच आहीं।
प्रभाकर का कहब है कि विभाग वाले टंकी का पानी सबसे पहिले ऊंच ऊंच इलाकन मा छोड़ देत हैं हम पचे चाहे प्यासन मर जई। पाइपलाइन बनावै खातिर खोदाई कीन गे। यहै से खुला मागढ़ढ़ा मा गन्दा पानी भरत है अउर वा फिर पाईप से होई के मड़ईन के घर मा जात है।
रत्नलाल अधिशासी अभियन्ता का कहब है कि मैं अबै नवा नवा आये हौं। यहिके बारे मा ज्यादा जानकारी नहीं आये। या मामला मा जल्दी से जल्दी कारवाही करवाई जई।
प्रमोद कुमार गुप्ता का कहब है कि पियै के पानी खातिर हम पचे बहुतै परेशान होइत हन। पहिले तौ दुई तीन दिन मा सप्लाई नल से पानी मिल जात रहै,पै पन्द्रह दिन से पानी बिल्कुल नहीं आवत। या से हैंडपम्प का पानी दूर भरै जाये का परत है। पानी से येत्ता ज्यादा बदबू आवत है कि मड़ई पी नहीं सकत आये।
राहुल बीमार होई गा या गन्दा पानी पी के वहिकर कहब है कि वहिके पेट मा बहुतै पीरा होत है। पै कउनौ पानी का साफ़ करावै का नहीं सोच आहीं।
प्रभाकर का कहब है कि विभाग वाले टंकी का पानी सबसे पहिले ऊंच ऊंच इलाकन मा छोड़ देत हैं हम पचे चाहे प्यासन मर जई। पाइपलाइन बनावै खातिर खोदाई कीन गे। यहै से खुला मागढ़ढ़ा मा गन्दा पानी भरत है अउर वा फिर पाईप से होई के मड़ईन के घर मा जात है।
रत्नलाल अधिशासी अभियन्ता का कहब है कि मैं अबै नवा नवा आये हौं। यहिके बारे मा ज्यादा जानकारी नहीं आये। या मामला मा जल्दी से जल्दी कारवाही करवाई जई।
रिपोर्टर- मीरा देवी
06/09/2016 को प्रकाशित
बाँदा के बदौसा में नहीं आ रहा पानी
मटमैला, बदबूदार पानी इस्तेमाल करने पर मजबूर लोग