जिला बांदा, ब्लाक तिंदवारी ,गांव परसेड़ा हेंया के रहै वाले पैसठ साल के शीतल प्रसाद के ऊपर 24जुलाई का गाज गिर गे रहै। यहिसे वहिके दरे मा मउत होइगे।वहिके परिवार वालेन का रो रो के बुरा हाल है। परिवार वाले कहत हैं कि शीतल प्रसाद कउन घड़ी मा घर से निकरा रहै ।
शीतल प्रसाद के बहू सुनैना का कहब है कि मोर ससुर खेत मा भइंस चरावै खातिर गा रहै। तबहिने वहिके ऊपर बिजली गिर गे। मोर लड़की जा केे देखिस तौ ससुर जमींन मा परा रहै,पै लड़की वहिका पहिचान नहीं पाइस रहै। काहे से वा बहुतै ज्यादा जल गा रहैै। बहुतै देर के बाद मोर लड़की अपने बाबा का पहिचान पाइस रही है।
शीतल प्रसाद के औरत कैलसिया का कहब है कि मोर मनसवा सुबेरे दस बजे भइंस चरावै खातिर निकर गा रहै। वहिका मै अपने मनसवा का खाना दें गई रहौं। वा खाना खाइस अउर मैं अपने घर का लउट आयेंव। येत्ते मा पानी बरसै लाग अउर अचानक बादल गरजा अउर बिजली गिरी। वा बिजली नहीं मोरे मनसवा खातिर काल बन के गिरी रहै।
शीतल प्रसाद के भाई राजकुमार का कहब है कि मउके मा तिंदवारी थाना के पुलिस आई रहै। वा शीतल प्रसाद के लाश का पंचनामा कइके लाश का पोस्ट मार्टम खातिर भेज दिहिस रहै। एस.डी.एम. दैवीय आपदा के तहत चार लाख रुपिया शीतल प्रसाद के औरत का दें का कहिन हैं । रुपिया से तौ मोर भाई के जान न लउट आई। हां वा रुपिया से वहिके औरत का दुःख मुसीबत मा जरूर काम दइ सकत है ।
या घटना का लइके तहसील के बाबू रूद्र प्रसाद से बात कीन गे तौ उनकर कहब है कि शीतल प्रसाद के औरत कैलसिया का खाता संख्या लई लीन गा है। वहिके खाता मा चार लाख रुपिया पन्द्रह दिन के भीतर डार दीन जई ।
शीतल प्रसाद के बहू सुनैना का कहब है कि मोर ससुर खेत मा भइंस चरावै खातिर गा रहै। तबहिने वहिके ऊपर बिजली गिर गे। मोर लड़की जा केे देखिस तौ ससुर जमींन मा परा रहै,पै लड़की वहिका पहिचान नहीं पाइस रहै। काहे से वा बहुतै ज्यादा जल गा रहैै। बहुतै देर के बाद मोर लड़की अपने बाबा का पहिचान पाइस रही है।
शीतल प्रसाद के औरत कैलसिया का कहब है कि मोर मनसवा सुबेरे दस बजे भइंस चरावै खातिर निकर गा रहै। वहिका मै अपने मनसवा का खाना दें गई रहौं। वा खाना खाइस अउर मैं अपने घर का लउट आयेंव। येत्ते मा पानी बरसै लाग अउर अचानक बादल गरजा अउर बिजली गिरी। वा बिजली नहीं मोरे मनसवा खातिर काल बन के गिरी रहै।
शीतल प्रसाद के भाई राजकुमार का कहब है कि मउके मा तिंदवारी थाना के पुलिस आई रहै। वा शीतल प्रसाद के लाश का पंचनामा कइके लाश का पोस्ट मार्टम खातिर भेज दिहिस रहै। एस.डी.एम. दैवीय आपदा के तहत चार लाख रुपिया शीतल प्रसाद के औरत का दें का कहिन हैं । रुपिया से तौ मोर भाई के जान न लउट आई। हां वा रुपिया से वहिके औरत का दुःख मुसीबत मा जरूर काम दइ सकत है ।
या घटना का लइके तहसील के बाबू रूद्र प्रसाद से बात कीन गे तौ उनकर कहब है कि शीतल प्रसाद के औरत कैलसिया का खाता संख्या लई लीन गा है। वहिके खाता मा चार लाख रुपिया पन्द्रह दिन के भीतर डार दीन जई ।
27/07/2016 को प्रकाशित
गाज गिरने से एक और जान गई
बाँदा के परसोड़ा गाँव में साठ साल के शीतल प्रसाद की मौत