जिला बांदा, शहर बांदा, मुहल्ला खिन्नी नाका जमुना प्रसाद बोस का कउन नहीं जानत है। जमुना प्रसाद बोस बांदा जिला के चार दरकी विधायक रही चुके हैं। कउनौ समय मा उनका नाम छोट छोट बच्चन के मुंह मा बहुतै सुनै का मिलत रहै।
जमुना प्रसाद बोस का कहब है कि मोर जन्म 1925 मा भे रहै। मोर महतारी बाप बहुतै गरीब रहैं। यहिके बादौ मोर महतारी बाप मोहिका पढ़ाइन। एक दरकी के बात है जबै मैं 1942 मा कक्षा दस मा पढ़त रहौं वा समय रुपिया के बहुतै समसया रहै। तबै मोर महतारी अपने लच्छा बेंच के मोर स्कूल के फ़ीस जमा करिस रहै। यहिसे मैं बहुतै मन लगा के आपन पढ़ाई कीने रहौं। मोहिका खूबै याद है कि जबै मैं छोट रहौं तबै मोर बाप अपने कन्धा मा बइठा के महात्मा गांधी का देखाइन रहैं। गांधी जी बहुतै सीधे अउर सरल स्वभाव के रहैं। जबै मैं गांधी जी का देखेव तौ इनतान लागत रहै कि मैं बस उनका देखतै रहौं।
मैं सरदार भगत सिंह से भी मिले हौं। उनके मिलै के कारन मोर भी मन भा कि अपने देश का गौरव बढ़ावै मा जउन मजा है वा कत्तौ नहीं मिल सकत है। या कारन से मैं जनता के सेवा करै खातिर सोचेंव अउर चुनाव लड़ेंव। यहिमा मोर जनता साथ दिहिस अउर मैं चार दरकी विधायक का चुनाव बंादा से जीत गयेंव। उत्तर प्रदेश के तीन मुख्यमंत्री के साथ मिल के काम भी कइ चुके हौं। मोर उम्र लगभग इन्क्यान्बे साल के है।
आज भी मोहिका यतनी उमर मा अपने बचपन के दिन अउर गुजरै वाले पल ताजा होई जात हैं जबै पन्द्रह अगस्त आवत है। मैं आजादी के गीत आज भी गुनगुनावत हौं।
जमुना प्रसाद बोस का कहब है कि मोर जन्म 1925 मा भे रहै। मोर महतारी बाप बहुतै गरीब रहैं। यहिके बादौ मोर महतारी बाप मोहिका पढ़ाइन। एक दरकी के बात है जबै मैं 1942 मा कक्षा दस मा पढ़त रहौं वा समय रुपिया के बहुतै समसया रहै। तबै मोर महतारी अपने लच्छा बेंच के मोर स्कूल के फ़ीस जमा करिस रहै। यहिसे मैं बहुतै मन लगा के आपन पढ़ाई कीने रहौं। मोहिका खूबै याद है कि जबै मैं छोट रहौं तबै मोर बाप अपने कन्धा मा बइठा के महात्मा गांधी का देखाइन रहैं। गांधी जी बहुतै सीधे अउर सरल स्वभाव के रहैं। जबै मैं गांधी जी का देखेव तौ इनतान लागत रहै कि मैं बस उनका देखतै रहौं।
मैं सरदार भगत सिंह से भी मिले हौं। उनके मिलै के कारन मोर भी मन भा कि अपने देश का गौरव बढ़ावै मा जउन मजा है वा कत्तौ नहीं मिल सकत है। या कारन से मैं जनता के सेवा करै खातिर सोचेंव अउर चुनाव लड़ेंव। यहिमा मोर जनता साथ दिहिस अउर मैं चार दरकी विधायक का चुनाव बंादा से जीत गयेंव। उत्तर प्रदेश के तीन मुख्यमंत्री के साथ मिल के काम भी कइ चुके हौं। मोर उम्र लगभग इन्क्यान्बे साल के है।
आज भी मोहिका यतनी उमर मा अपने बचपन के दिन अउर गुजरै वाले पल ताजा होई जात हैं जबै पन्द्रह अगस्त आवत है। मैं आजादी के गीत आज भी गुनगुनावत हौं।
रिपोर्टर- मीरा देवी
10/08/2016 को प्रकाशित
बाँदा के जमुना प्रसाद बोस
ये उन लोगों में से हैं जिन्होंने महात्मा गांधी को देखा था