चौदह बरस की एक नाबालिग लड़की की रविवार को दिल्ली के एक अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। उसके साथ कई बार बलात्कार किया गया था और जबरन जहरीला पदार्थ पिला दिया गया था।
सूत्रों के अनुसार उसे कोई ऐसा पदार्थ पिलाया गया था जो या तो तेज़ाब था या फिर तेज़ाब जैसा था। जिसे पिलाए जाने से उसके अंदरूनी अंगों को भारी नुकसान हुआ और ये उसकी मौत की वजह बना।
सूत्रों के अनुसार आठ महीने पहले लड़की के साथ बलात्कार के आरोप का सामना कर रहे अभियुक्त ने मई में उसे दोबारा अगवा कर लिया और करीब एक हफ्ते तक उसका उत्पीड़न किया।
लड़की की मौत के बाद दिल्ली महिला आयोग ने इस मामले में पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाए हैं। दिल्ली महिला आयोग की प्रमुख स्वाति मालीवाल ने बच्ची की मौत को लेकर केंद्र सरकार और दिल्ली पुलिस पर निशाना साधा है। उन्होंने सवाल उठाया, “दिल्ली को कितनी निर्भया चाहिए? हम सभी अगली निर्भया की मौत की प्रतीक्षा करते हैं। मैंने खुद को कभी इतना असहाय महसूस नहीं किया।”
स्वाति मालीवाल के मुताबिक आयोग ने जब डीसीपी (नार्थ) को नोटिस जारी किया, तब ही आज़ाद घूम रहे अभियुक्त की गिरफ्तारी हो सकी।