फैजाबाद हुवय चाहे अम्बेडकर नगर हर जेतनै महिला हिंसा रोकै कै नया-नया कानून अउर हेल्पलाइन नम्बर शुरू हुवत बाय वतनै ज्यादा तरह-तरह कै घटना हर दिन सामने आवाथै।
राज्य सरकार कै मानब बाय कि मेहरारु के ताई 1090 हैल्पलाइन शुरू करै पै उनके सुरक्षा पै बहुत असर पड़े। लकिन मेहरारू आरोप लगावाथिन कि 1090 पै फोन करै तौ उठत नाय। भीटी ब्लाक के बाला पैकोली गंाव कै एक मेहरारू का कउनौ मनई फोन कइके परेषान करत रहा। रात विरात फोन करै और मारै कै भी धमकी दियै। 15 से 20 जुलाई के बीच लगातार 1090 पै फोन करिन तौ बोलागै कि ई लखनऊ लाग बाय। 100 नम्बर पै फोन करा तौ अम्बेडकर नगर मा सहायता मिले। यइसेन-यइसेन घटना मेहरारून के सामने आवाथै। मारै पीटै पै आवाजउठावै तौ जलाय दियै कै घटना सामने आवाथै। महिला सम्बन्धित घटना हर दिन थाना पै आवाथै। चाहे ऊ छेड़छाड़, बलात्कार या फिर दहेज के ताई प्रताडि़त करै कै हुवय।
कुछ ही दिन पहले हमीरपुर जिले मा एक लड़की खुद का जलायके आत्महत्या कै लिहिस। कारण रहा कि कइयौ दिन से दुई भाई उनका छेड़त रहे अउर पुलिस यका रोंकै के ताई कउनौ कदम नाय उठाइस। पिछले हफ्ता तारुन मा एक मेहरारु के साथे सामूहिक बलात्कार कै मामला सामने आय रहा। वही हफ्ता समाजवादी पार्टी के नेता के बेटवा पै बदायूं जिला मा एक दलित लड़की के बलात्कार कै केस सामने आय रहा पर सरकार या मुख्यमंत्री सिर्फ बयान जारी कराथे। हमीरपुर मा कुछ पुलिस कर्मियन का सस्पेंड कै दिया गै। लकिन का ई कदम मेहरारुन का अउर सुरक्षित महसूस कराय सकाथे?
अगर यही तरह हिंसा बढ़त जाये तौ कानून बने कवन फायदा? जबकि हर थाना गली मा 1090 कै पोस्टर लाग बाय। फिर भी कउनौ सहयोग नाय मिलत बाय।