देश मा बहै वाली बड़ी नदी गंगा, यमुना कै सफाई तायि सरकार करोड़न रुपया खर्चा कै चुकी बाय। हलंाकि सफल नाय होय पाइन अउर वकरी तायि कइयो योजना लावै खातिर तैयारी चलत बाय।
बड़ी नदियन के साथे ही उनकै कइव सहायक छोटी नदियां प्रदूषण कै शिकार हुआ थइन। यइसेन ही एक नदी उत्तर प्रदेश के अम्बेडकर नगर जिले से होयके बहत बाय। जेकर नाव तमसा हुएै। अम्बेडकर नगर (हेण्डक्वार्टर) मुखयालय अकबरपुर अउर शहजादपुर के बीच से होयके बहै वाली यहि नदी मा रोज डेली एक ट्राली भरकै कूड़ा कचरा फंैका जात बाय। गन्नामील, पेपरमील, कपड़ामील कै गन्दा पानी भी यही मा गिराय जात बाय।
पहिले येह पानी का मनई पियत रहे लकिन अब यतना गन्दा होय गै बाय कि मनई नहाय, धोवै के लायक नाय रह गै बाय। वातावरण प्रदूषित हुअय के कारन हिंआ के रहै वाले यहि मा नहाय अउर कपड़ा धोवत लकिन अब यतना गन्दा होय बाय कि वहर से आउब-जाब मुश्किल भै बाय।
यहिसे पर्यावरण प्रदूषण ऐसन फइल गै बाय कि हैजा, संासरोग, मच्छर के काटे से मियादी बुखार, टी.वी. अउर कइव बिमारी फैलत बाय। तउनेव पै जिला प्रशासनिक लोग येकै ध्यान नाय दियत हइन कि येकरी तायि कउनौ योजना लागू करै अउर सफाई करावै। येहमा गन्दगी करै वालेन पै रोक लगावै।
बड़ी नदी साफ बाय छोट नदी परी बाय
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