जिला बांदा, ब्लाक बबेरू, गांव अनवान अउर महुआ ब्लाक का गांव अजीतपारा। इं गांवन मा लगभग तीस साल पुरान पानी के टंकी बनी है, पै पानी सप्लाई का नामो निशान निहाय। गांव के मड़ई पानी का भटकत रहत हन।
अनवान गांव के रामरइस, महीपाल अउर कौशल कहत हंै-“गांव मा पांच हजार के आबादी के बीच 1980 मा पानी के टंकी बनी रहै। गांव मा पाइप लाइन भी बिछाई गे रहै, पै पानी आज तक नहीं मिला आय। सरकारी कागज मा तौ या टंकी से पूरे गांव मा सप्लाई होत है। टंकी जरजर होय मा मरम्मत खातिर तीन साल पहिले रूपिया निकार के दुबारा से खर्च कीन गा है। तालाब तक फेर से पाइप लाइन बिछाई गे, पै पानी खातिर गांव के मड़इन का जइसे के तइसे दिक्कत झेलैं का परत है।” जल निगम के सहायक अभियन्ता एस.के. सिंह कहत है कि वा टंकी के नलकूप का स्टाटर खराब है। यहिसे दस दिन पहिले परियोजना प्रबन्धक जल निगम बांदा के करमचारी खोल लाये हैं। अब जल्दी बनवा के लगवा दीन जई।
अजीतपारा गांव के कल्लू अउर शिवकुमारी बतावत है कि उनके गांव मा भी तीस साल पहिले पानी के टंकी बनी है, पै पानी सप्लाई नहीं होत आय। यहिसे नहाय, कपड़ा धोवै, खाना खर्चा अउर जानवरन खातिर पानी के बहुतै दिक्कत होत है। अगर गांव मा सरकार लाखन रूपिया खर्च कइके मड़इन का पानी खातिर सुविधा दिहिस है, तौ वा सुविधा का लाभ काहे नहीं मिलत आय?
जल निगम सोलहवीं शाखा के सहायक अभियन्ता अंचल कुमार कहत है कि या टंकी पहिले दुसरे विभाग के अंडर मा रही है। अब पन्द्रह दिन पहिले सी.डी.ओ. के आदेश से सदर विधायक विवेक सिंह लिखा के दिहिन हैं तौ हमरे पास आई है। अब वा टंकी के जांच कीन जई। यहिके बाद पानी सप्लाई होई।
बंद परी है पानी के टंकी
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