छतरपुर जिले के नौगाँव ब्लॉक के आलीपुरा गाँव में बंदरों का आतंक फैला हुआ है. एक महीनें के अंदर करीब 35-30 लोग बंदरों के हमले से जख्मी भी हो चुके हैं.
लोगों के अनुसार, ये बंदर बेहद खतरनाक और जानलेवा हैं. ये बंदर रात में सोते समय लोगों पर हमला करते हैं. जिसके डर से लोग अकेले घर से बाहर निकलने से डरते हैं.
गाँव निवासी सोनिया ने बताया कि बंदर तो यहाँ पहले से आते थे लेकिन कभी काटते नहीं थे. मेरी लड़की छत्त पर सो रही थी तभी एक बंदर सुबह करीब साढ़े पांच बजे आया और उसके पैर में काट लिया और अब तक 15-20 लोगों को बंदर काट चुके हैं. ये काटने का सिलसिला पिछले एक महीने से शुरू हुआ है. इसके लिए हमने थाने में भी रिपोर्ट की और वन–विभाग वाले भी आये थे लेकिन अभी तक बंदर नहीं पकड़े जा सके हैं.
वहीँ, गाँव के एक बुजुर्ग ग्रामीण ने बताया कि हम बच्चों के लिए बहुत चिंतित हो गये हैं कि उन्हें घर छोड़ कर जाये या नहीं. हर समय ये चिंता बनी रहती है. हमने इलाज भी कराया और शिकायत भी की थाने में लेकिन कुछ नहीं हुआ. हम बच्चों को कैसे बचाए समझ नही आता.
सरपंच स्नेहलता बताती हैं कि उन्होंने इसकी शिकायत नौगाँव में की लेकिन वहां से बस अधिकारी आ कर जाल बिछा गये और चले गये. अब देखते हैं कि कब तक पकड़ में आ पायेंगे.
इस बारे में छतरपुर गाँव के वन मंडलाधिकारी डॉ. अनुपम सहाय ने कहा, हमें सुचना मिली थी कि यहीं के एक गाँव में बंदरों का आतंक फैला हुआ है.जहाँ बंदरों ने अब तक कई लोगों को अपना शिकार बनाया है. उनके इलाज के लिए उन्हें हमारे यहाँ के अस्पताल में भी लाया गया.यही नहीं, हमने तुरंत एक टीम को वहां भेज कर बंदरों की धरपकड़ भी कराने का सोचा लेकिन सफलता नहीं मिल पाई.
उन्होंने आगे कहा, हमने पटना वन–विभाग की एक टीम भी बुलाई है और आशा कि जा रही है कि आने वाले दिनों में बंदरों पर काबू पा लिया जायेगा.
रिपोर्टर: नसरीन खातून
Published on May 18, 2018