फैशन के बोली को नहीं बोलत आय,फैशन चाहे मनसवा का होय चाहे व मेहरियन का होय कउनौ या दौड़ मा पीछे नहीं आय। अबै मेहरियन के ब्लाउज का लई लेव कइयौतान की डिज़ाइन बने रहत हवैं। इं ब्लाउज साड़ी के खूबसूरती का बढ़ा देत हवैं। ब्लाउज का फैशन आज का न होय, बल्की कल्हौ भी रहा हवै। यहिके डिजाइन ख़ास ब्लाउज के फैशन का जाने के के खातिर हम बात किन्हें हन चित्रकूट के मानिकपुर ब्लाक के अगरहुंडा गांव के मड़इन से। ब्लाउज के रकम वसूल लेत हवैं। जाने केतने महंगें होई गे हवैं इं ब्लाउजन। नये ब्लाउज का चलब भले आज बाजार मा हवै। फैशन लउतट हवै, तौ आपन पुरान ब्लाउज संभाल के रखौ।
लेडीज टेलर गुड्डू बताइस हवै कि पहिले सादे, फुलपेट, गोलगला के ब्लाउज चलत रहै, पै अब तौ अब्रैला, बाड़ी घाट अउर सिंघाड़ा ब्लाउज चलत हवैं।
गुजिया बताइस हवै कि हम फैशन, कटिंग के बारे मा नहीं जानित आय, पै अबै आपन के ब्लाउज सीयें का ड़ार के आई हौ अउर कह आई हौ कि डिजाइनदार नींक-नींक सिये। अबकी मेहरिया अउर बिटिया डिजाइनदार बहुते पहनती हवैं।
सुपते का कहब हवै कि सबसे पहिले आठ आना, बारा आना, स्वारा आना, लेत रहै, पै अब तौ 50,60,70,80,90 रुपिया तक सिलाई पहुंच गई हवै अब एतना पैसा लई लेत हवैं। पहिले तौ पट्टादार चलती रहै।
रिपोर्टर: सहोद्रा
Published on May 10, 2018