जिला फैज़ाबाद, ब्लाक तारून, गाँव कटरा कै सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कै हालत बद से बदतर होइगै बाय। दवा के नाम पै तौ हियां सिर्फ पैरासिटामांल कै गोली मिलाथै। चाहे जवन बीमारी हुवय। डाक्टर कै तौ नामोनिशान नाय बाय। केद्र चलावे वाले खुद मरीज से कहाथे कि वै आपन इलाज प्राइवेट अस्पताल मा ही करावे।
रामजनम शर्मा कै कहब बाय कि स्वास्थ्य केंद्र मा केहू रहत नाय। बिजली भी नाय बाय।दरवाजा भी उठाय लै गये। कम्पाउंडर डाक्टर मिलाय के तीन जने अहैं।
आरुनी देवी कै कहब बाय कि अच्छी दवा नाय देते कि खाय पी के आराम आय जाय।सूरज वर्मा कै कहब बाय कि सरकार दवा दियाथै पर ऊ दवा मरीजन का दीन नाय जात जब डेट खतम होय जाथै तौ फेक दियाथिन एस हम आयुर्वैदिक अस्पताल मा देखे हई ।हर हप्ता या पन्द्रह दिन या महीना पै दवा आवाथै पर मरीजन का दिया नाय जात। एहि केंद्र मा सौ रुपया दिये पै तौ ग्लूकोज चढ़ाथै। अउर तौ अउर डाक्टर की जगह कम्पाउंडर इलाज कराथे।
रामनयन कै कहब बाय कि जिला अस्पताल से पट्टी करवाये रहेन डाक्टर बोले रहे कहीं भी पट्टी बदलवाय लिहा।जब सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मा गयन तौ डाक्टर कहिन कि जहाँ इलाज कराया वही पट्टी भी बद्लुवाय लिया। अउर वापस कै दिहिन।
प्रधान प्रतिनिधि जयसिराज कै कहब बाय कि इलाज बराबर हुवत बाय। डाक्टर कहूँ गा रहाथे तौ फार्माशिष्ट इलाज कराथे। इलाज के बारे मा कउनौ दिक्कत नाय बाय। वहिके डाक्टर से जब बात कीन गए तौ वै कहिन कि अबहीं हाल मा हम कटरा आय हई।
रिपोर्टर- संगीता
10/05/2017 को प्रकाशित