फीफा विश्व कप 2018 के फाइनल में क्रोएशिया को 4-2 से हराकर फ्रांस ने दूसरी बार विश्व चैंपियन बनने का गौरव हासिल किया।
एंटोनी ग्रीजमैन, पॉल पोग्बा और एमबापे के तेज और आक्रामक खेल की बदौलत दिदिएर डेसचैंप्स की इस युवा टीम ने लुका मॉड्रिक के नेतृत्व वाली क्रोएशियाई टीम को हराकर विश्व चैंपियन बना दिया।
पहली बार विश्व कप फाइनल खेलने उतरी क्रोएशियाई टीम ने इस मुकाबले में फ्रांस से ज्यादा आक्रमण किए लेकिन फ्रांस ने मिले मौकों का सही तरीके से फायदा उठाया।
किसी विश्व कप फाइनल का पहला हाफ इससे बेहतर नहीं हो सकता था। चंद मिनटों में ही क्रोएशिया की टीम ने दिखा दिया कि वह फ्रांस के लिए कितनी मुश्किलें खड़ी करने वाली है। 11वें मिनट में क्रोएशियाई डिफेंडर स्टि्रनिक ने अपने मिडफील्डर इवान पेरिसिक को एक लॉफ्टेड पास दिया लेकिन वह गेंद को संभाल नहीं सके। शुरुआती 19 मिनट के खेल में क्रोएशिया गोल करने के कई मौके बना चुकी थी लेकिन यहीं फ्रांस ने मुकाबले में अपनी धमक दिखाई।
मांड्ज्यूकिक विश्व कप के फाइनल में आत्मघाती गोल करने वाले पहले खिलाड़ी बने।फ्रांस की टीम फाउल की वजह से मिली फ्री किक पर गोल करके 1-0 से आगे चल रही थी लेकिन क्रोएशिया ने इसे बराबर करने में ज्यादा देर नहीं लगाई।
27वें मिनट में कांटे ने क्रोएशियाई खिलाड़ी पेरिसिक को गिराया जिसके बाद फ्रांसीसी खिलाड़ी को यलो कार्ड दिखाया गया और क्रोएशिया को फ्री किक मिली।
मांड्ज्यूकिक की फ्री किक के बाद विडा ने गेंद पेरिसिक की ओर भेजी जो कि लेफ्ट बॉक्स में खड़े थे। उन्होंने पहले गेंद को सीने के सहारे संभाला और फिर बायें पैर से फ्रांस के गोलकीपर हुगो लॉरिस को छकाते हुए गोल पोस्ट के दाहिने कॉर्नर में गेंद पहुंचाकर क्रोएशिया को 1-1 की बराबरी पर ला दिया। पेरिसिक का यह क्रोएशिया के लिए बड़े टूर्नामेंटों में 11वां गोल था और वह अपने देश के लिए बड़े टूर्नामेंटों में 11 गोल करने वाले पहले खिलाड़ी बन गए।