आमिर खान की फिल्म ‘दंगल’ क्या आई, लोगों का ध्यान गांवों में खेले जाने वाले लोकप्रिय खेल कुश्ती पर चला गया।
ये फिल्म का ही प्रभाव है कि हरियाणा सरकार ने राज्य के अखाड़ों में पहलवानों के प्रशिक्षण के लिए 100 रेसलिंग मैट देने की घोषणा की है। साथ ही हरियाणा सरकार ने एक समिति बनाई है, जो राज्य के बेहतरीन खिलाड़ियों को रोजगार देने की भी व्यवस्था करेगी।
वहीं इस फिल्म का प्रभाव यही खत्म नहीं हुआ बल्कि अब माता-पिता अपनी बेटियों को कुश्ती जैसा कठोर खेल सीखा रहे हैं। जम्मू में 37 साल की कुश्ती प्रशिक्षक रितिका सलाथिया के पास बहुत सी लड़कियां कुश्ती सीखने आ रही हैं। रितिका खुद भी जम्मू कश्मीर का कुश्ती में प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं।
रितिका कहती हैं, “मैंने 20 साल पहले इस खेल को अपनी पसंद से चुना था। तब मुझे कोई कोच और अभ्यास के लिए जरूरी सामान ही मिला था।”
वह इस फिल्म के बाद उनके पास बहुत सी लड़कियां का कुश्ती सीखने आने की बात बताती हैं। फिल्म में गीता और बबीता का किरदार निभाने वाली बाल कलाकार जम्मू कश्मीर से ही हैं और वे दोनों युवाओं की आदर्श बन चुकी है।
दंगल फिल्म कुश्ती पहलवान गीता फोगाट, बबीता फोगाट और उनके पिता महावीर फोगाट पर आधारित है। महावीर ने अपनी दोनों बेटियों को समाज के खिलाफ जाकर कुश्ती पहलवान बनाया है। फिल्म सूपर हिट हो गयी है और दुनिया भर में 400 करोड़ से अधिक का बिजनेस कर चुकी है।
फिल्म ‘दंगल’ से मिली कुश्ती और अखाड़ों को नई जान
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