जिला फैजाबाद, ब्लाक बीकापुर, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र। क्षेत्र के मनईन कै आरोप बाय की येहि अस्पताल मा बहुत मनमानी हुआथै जेकरे वजह से पिछले महीना दुई गेदहरा कै मौत भी होइगै। न तौ डॉक्टर कै सुबिधा बाय न ही उचित देख रेख हुवय।
रामचरित त्रिपाठी कै कहब बाय की हिया कै स्वास्थ्य व्यवस्था बहुत लचर बाय। न लेडीज डॉक्टर अहै न ही फार्मासिस्ट। जेसे इलाज सही तरीका से नाय होय पावत। जेकै हालत ज्यादा ख़राब रहै सही इलाज नाय मिल पावत। संतोष कुमार कै कहब बाय की मरीज आवाथिन तौ अस्पताल के सामने खड़ा रहा थिन पुछै के बाद उनका जानकारी हुआ थै की अस्पताल इहै आय। मनई का पता नाय चलत की अस्पताल कवन आय। ई स्थिति बाय अस्पताल कै।
जाँच मा आई मिल्कीपुर जिलापंचायत सदस्य प्रियंका सेन कहिन की प्राइवेट नर्सिग होम चला थै। दुई मेडिकल स्टोर दस दस साल से अवैध रूप से चलत अहै। डीएम के आदेश से बंद कराये हई। हम चाही थी की सीबीआई जाँच बैठए। नर्स, ऐनम, अउर डॉक्टरन के खिलाफ कारवाही हुवे। हम खुद जाइके नर्सिग होम कै रुम खोलवाएन लकिन दरवाजा नाय खुला। हम चाही थी की एकै जाँच कराई जाय। अउर डॉक्टर कै ट्रांसफर हुवे।
अनुराग मिश्रा फार्मासिस्ट बताईन की जेतनी मांग हमार हुआ थै वतनी दवाई नाय मिल पावत। जेतनी मिला थै वतने मा हमै मैनेज करै का पराथै। बीकापुर अधीक्षक फिरोज अहमद बताईन की जब दवा नाय रहत तबै बाहर का लिखा जाथै। दवा के पर्चा पै एक रुपया लिखा रहाथै तौ कौनो सवाल नाय उठत की परचा कै ज्यादा पैसा लियाथिन। अगर लियाथिन तौ सिकायत मिलै पै कार्यवाही कीन जाये।
05/09/2016 को प्रकाशित