जिला बांदा। सूखे बुन्देलखण्ड मा बैंक अफसरन के मनमाना रवइया अपना के किसानन का परेशान करैं का काम कीन जात है। बैंक अफसरन के सउहें अदालत का आदेश भी बौना साबित होत है।
अदालती फरमान के बाद भी फसल बीमा का रुपिया किसानन का नहीं दीन जात आय। जेहिसे किसान मारा मारा फिरत है। या मामला मा सदगुरू सेवा समिति खप्टिहा कला के अध्यक्ष विजय सिंह चंदेल 30 मई का कलेक्ट्रेट मा प्रदर्शन कइके डी.एम. का ज्ञापन दिहिन हैं। साथै कहिन कि बैंक अफसरन के ऊपर कारवाही कइके बैंकन मा फसल बीमा दें खातिर कड़ा आदेश दीन जाय। उंई या भी कहिन कि साल 2013-14 अउर 15-16 मा सूखा का शिकार होय के बाद भी खप्टिहा कलां के किसानन का फसल बीमा का रुपिया आज तक नहीं मिला आय। जबैकि उंई यहिके पहिले 16 मई का भी बैंक वालेन के खिलाफ शिकायत कर चुके हैं, पै कउनौ सुनाई नहीं भे आय। यहै कारन है कि किसान आर्थिक समस्यन से बेहद परेशान हैं अउर गंभीर समस्यन से गुजरत है। यहिसे उंई किसान डी.एम. का ज्ञापन दइके इलाहाबाद यूपी ग्रामीण बैंक शाखा खप्टिहाकलां का न्यायालय के सही आदेश का पालन कइके बीमा राशि दीन जाय। ज्ञापन दें मा भोलानाथ सिंह अशोक, रमाकांत, गिरजा अउर बलराम सिंह सहित पचासन लोग शामिल रहैं। अपर जिला अधिकारी गंगा प्रसाद कहिन कि उंई बैंक का आदेश कइके बीमा दें का कहिहैं। अगर बैंक मैनेजर फिर भी लापरवाही करिहैं तौ कारवाही कीन जई। इलाहाबाद यू.पी. ग्रामीण बैंक के मैनेजर आशीष कुमार का कहब है कि फसल बीमा राशि तीन महीना के होत है कि किसान एक दरकी निकार लेत है फिर सालन ध्यान नहीं देत आय। यहिसे नहीं मिलत आय ।
रिपोर्टर – शिवदेवी