गाजियाबाद के रहने वाले मुस्लिम युवक और हिंदू युवती की पांच साल पहले मुलाकात हुई थी। एमबीए की पढ़ाई कर चुका मुस्लिम युवक और पेशे से डॉक्टर हिंदू युवती बहुराष्ट्रीय कंपनी में काम करते हैं। दोनों की शादी 22 दिसम्बर को परिवारों की सहमति से हुई थी, लेकिन भाजपा और बजरंग दल के कार्यकर्ता इसे ‘लव जिहाद’ करार देते हुए जमकर हंगामा किया।
घटना के बाद इलाके में तनाव है। पुलिस की तैनाती भी बढ़ा दी गई है।
सूत्रों के अनुसार, दोनों की शादी की सूचना गाजियाबाद शहर के भाजपा अध्यक्ष अजय शर्मा के नेतृत्व में दर्जनों कार्यकर्ता राजनगर के रिसेप्शन स्थल पर पहुंच गए थे। बाद में बजरंग दल, हिंदू रक्षा दल और धर्म जागरण मंच के कार्यकर्ता भी वहां पहुंच गए। ये लोग तकरीबन पांच घंटे तक हंगामा करते रहे। आखिरकार हालात को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को लाठी चार्ज करना पड़ा।
लड़की के परिजनों ने धर्मांतरण के आरोपों को खारिज किया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखने की भी बात कही है।
लड़की के पिता ने कहा, ‘दोनों (युवक–युवती) ने एक–दूसरे के धर्म में हस्तकक्षेप न करने का फैसला लिया था। यहां तक कि लड़का तो हिंदू तरीके से शादी करने को तैयार था, लेकिन मेरी बेटी निकाह करना चाहती थी।’