नई दिल्ली। केंद्र सरकार प्राइवेट सेक्टर में काम करने वाली महिलाओं के लिए मातृत्व अवकाश की अवधि 12 से 26 सप्ताह करने के लिए तैयार है।
महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने सोमवार को बताया कि श्रम मंत्रालय मातृत्व अवकाश को साढे़ छह महीने करने के लिए सहमत है। उन्होंने बताया कि उन्होंने श्रम मंत्रालय को लिखा था कि शिशु के जन्म के बाद उसे छह महीने तक मां का दूध ज़रूरी होता है ऐसे में मातृत्व अवकाश को बढ़ाया जाना चाहिए।
महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के अधिकारियों का कहना है कि सरकार और प्राइवेट सेक्टर में काम करने वाली महिलाओं के लिए वे मातृत्व अवकाश की अवधि को 8 महीने या 32 सप्ताह तक करने का प्रस्ताव लाएंगे। मगर उन्होंने ये भी बताया कि श्रम मंत्रालय ने इस अवकाश को और बढ़ाने पर संदेह जताया है क्योंकि इससे औरतों के रोज़गार पर बुरा असर पड़ सकता है।
प्राइवेट सेक्टर में मातृत्व अवकाश 26 सप्ताह की
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