जिला बारांबकी, ब्लाक हैदरगढ़, गांव कुटीघाट कै जनता कैसे झोपड़ पट्टी मा रहत बाय लकिन हिंया कै प्रधान रामप्रकास उनही का कालोनी दियत अहैं जे अपात्र बाय। जबकि यहिंके गरीब मनई ले पास लेटय का के कहै बैठय तक जगह नाय बाय। जिला बारांबकी, ब्लाक हैदरगढ़, गांव कुटीघाट कुटी घाट कै जनता कैसे झोपड़ पट्टी मा रहत बाय लकिन हिंया कै प्रधान रामप्रकास उनही का कालोनी दियत अहैं जे अपात्र बाय। जबकि यहिंके गरीब मनई ले पास लेटय का के कहै बैठय तक जगह नाय बाय। श्रीचन्द्र गांव कुटीघाट कै कहब बाय कि हमरे गांव मा कालोनी कै जवन लक्ष्य आय बाय पात्र मनई का दिये कै कोशिश कीन गए लकिन पैसा लइके। प्रधान अउर सिकरेट्री इहौ कहिन की अगर केहू कउनौ अधिकारी या कर्मचारी से बताये तौ वका आवास न मिले। एक लोग से नाय कइयो मनई से दस-दस बीस-बीस हजार रुपिया लिहिन। लकिन वापस कै दिहिन अउर कालोनी नाय दिहिन। सरोज बताइन कि पहले बोले अट्ठारह हजार दिया तौ कालोनी दियब। हम अउर हमार देवर पैसा जुहाय के दिहन तौ एक दिन हसे कहिन की अब पचीस हजार दिया।हिंया तक की हमार बहिन जेवर बेच के पैसा दिहिस वकरे बादौ नाय दिहिन। कुटीघाट के पूनम कै कहब बाय कि प्रधान का हर एक कागज़ कै फोटोकापी अउर आठ हजार रुपया दिहन। कुछ दिन बाद पैसा वापस कै दिहिन कहिन कालोनी नाय आय बाय। जबकि कालोनी आय रही दुसरे का दे दिहिन। सरोज बताइन कि सिकरेट्री के पास गयन तौ सिकरेट्री कहिन कि तू प्रधान का काहे पैसा दिहिव हमका काहे नाय दिहिव।अट्ठारह हजार दिये के बाद भी कालोनी नाय दिहिन।जेकरे पहिले से दुई दुई कालोनी बनीं बाय उनहीं का दिहिन। मंजू कै कहब बाय कि प्रधान सिकरेट्री दुइनौ जने से बात करेन तौ पैसा कै मांग करिन जब नाय दिहन तौ कहिन कि तोहरे नाम आये तबौ हम न पास करब। प्रधान ओम प्रकाश यादव कै कहब बाय कि पात्रता सूची 2011 के आर्थिक जाति जनगणना मा जेकै नाम रहा अउर पात्र लाभार्थी रहे उनहीं का कालोनी दीन गए बाय। एक बार से दुई बार केहू का कालोनी नाय मिलत ई झूठा आरोप आय। श्रीचन्द्र कै कहब बाय कि भ्रस्टाचार के कारवाही के ताई कइयो जगह अप्लिकेशन दिहन लकिन कहूँ सुनवाई नाय भए। डी एम, एसडीएम, मुख्यमंत्री, दुई जगह रजिस्ट्री भी करेन तब भी केहू नाय सुनिस।
रिपोर्टर- नसरीन
Published on Jun 30, 2017