जिला फैजाबाद, ब्लाक तारून, ग्रामसभा केसरूआ बुजुर्ग। यहि गांव के मनई कै आरोप बाय कि ग्राम प्रधान घिर्राऊ निषाद चार लाख छियासी हजार रूपया कै घोटाला करे अहैं। जउनै कै चार बार जांच भै। मामला सही पाय जाय के बावजूद कउनौ कार्यवाही नाय भै।
गांव कै भगेलू प्रसाद वर्मा, फयाराम वर्मा अउर राजेष कुमार वर्मा कै आरोप बाय कि वर्ष 2011-12 मा मनरेगा के तहत ग्राम प्रधान द्धारा सोख्ता पुलिया निर्माण जइसे कइयौ काम राजवित्त अउर तेरहवें वित्त आयोग द्धारा करायगै रहा। जउन सिर्फ कागज मा सीमित रहा। जेसे 29 जून 2013 का ए.डी.ओ. पंचायत का जांच कराय के उचित कार्यवाही करै के प्रार्थना पत्र दीन गा। जांच मा सारी षिकायत सही पाईगै। ए. डी. ओ. पंचायत के जांच रिपोर्ट मा सोख्ता के निर्माण मा चैहत्तर हजार रुपया कै सीमेंट अउर चैतिंस हजार रुपया कै ईंटा कै बिल बना मिला। अउर अन्य काम मा इकतिस हजार सात सौ पैसठ रुपया खर्च करब दिखावा गै रहा। लकिन काम नाय पता चला कि कहां भै बाय। चांैतिस हजार नौ सौ रुपया कै मेज कुर्सी पचहत्तर हजार चार सौ रुपया हैण्डपम्प मरम्मत के ताई खर्च कीन गा। जांच के समय प्रधान अउर सचिव कउनौ बिल बाउचर मास्टर रोल नाय देखाय पाइन। विकास के नाम पै धन कै दुरूप्रयोग करिन। हमरे सबकै मांग बाय कि उचित कार्यवाही कीन जाय।
प्रधान घिर्राऊ निषाद बताइन कि गांव वाले झूठा इल्जाम लगावत अहैं। हमंै राजवित्त योजना कै पैसा खर्च करै का रहा हम मनरेगा कै पैसा खर्च करे रहेन। तौ हम राजवित्त कै पइसा मनरेगा मा टंªासफर कै दिहेन।
ए.डी.ओ. पंचायत षेषदेव पाण्डेय बताइन कि डी. एम. द्धारा जांच करावा गै रहा। जउन अनियमितता पाईगै रही वकै जिला से कार्यवाही भै बाय।
प्रधान के ऊपर घोटाला कै आरोप
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