जिला महोबा, ब्लाक चरखारी, गांव गौरहरी ओर ब्लाक कबरई को गांव अलीपुरा। इं गांवन की आंगनवाड़ी लोगन खा पंजीरी नई देत आय। पूरी पंजीरी बेंच खें जानवरन खे खबाउत हे।
चरखारी ब्लाक को गांव गौरहरी के वार्ड नम्बर 7 की रहे वाली सुमतरानी, पतिया ओर मइयादीन ने बताओ कि हमाये मोहल्ले की आंगनवाड़ी रामदेवी हमाये बच्चा ब्रजेश, हदेश, सत्यम, शिवम, सुन्दर ओर धात्री कपूरी, भारती खां पंजीरी नई देत आय। कौशल किशोर ने बताओ कि ऊ पंजीरी बेंच देत हे। जीसे खरीद के आदमी अपनी भैंसियन खां खबाउत हे।
आंगनवाड़ी की सहायिका पानवती ने बताओ कि मोये जा कछु कहो जात हे तो मे कर देत हों में कछु नई बता सकत। आंगनवाड़ी रामदेवी को लड़का ओर बिटिया मोके में आके शिकायत करें वाले आदमियन खां गाली गलौज करन लगो। जिला कार्यक्रम अधिकारी के वरिष्ट सहायक निशा सेन ने बताओ की आंगनवाड़ी रामदेवी के केन्द्र की जांच करके कार्यवाही करी जेहे।
एसई कबरई ब्लाक के अलीपुरा गांव की दलित बस्ती की सोरब, कमला, नशीब, रानी ओर कौशिल्या ने बताओ कि हमाये एते तीन आंगनवाड़ी हें। हमाये बच्चन खां नाम मायादेवी केन्द्र में लिखो हे, पे बच्चन खां पंजीरी नई देत आय। राम बाई ने बताओ कि मोई बहू खां नौ महीना गर्भवती भये हो गये, पे आज तक पंजीरी नई मिली आय। अगर हम पंजीरी लेन जात हें तो ऊ जा कह के भगा देत हे कि गर्भवती खां पंजीरी नई आउत हे।
आंगनवाड़ी माया देवी ने बताओ कि सब खां पंजीरी देत हों गर्भवती महिला को हर शनिवार खे 900 ग्राम पंजीरी देत हों। मोये केन्द्र में 13 गर्भवती 6 धात्री 42 किशोरी हे। जीस मेे हर शनिवार खां पंजीरी देत हो, 56 बच्चा हें जिनखा 40 ग्राम पंजीरी दई जात हें। शनिवार बुधवार को खाना भी बनाओ जात हेे।
जिला कार्यक्रम अधिकारी रामेश्वर पाल ने बताओ कि पंजीरी सब खां दई जात हे ओर सप्ताह में दो बोरी गुड़ चना ओर खाना भी देय खां भेजो जात हे।
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