बांदा शहर के मोहल्ला मर्दननाका। हेंया के शानू के पुरानी रंजिश का लइके 30 मार्च 2013 का शाम सात बजे भरी बाजार मा गोली मार के हत्या कइ दीन गे।
शानू के महतारी सुल्ताना कहत है-“ मोरे पांच लड़का दुई बिटिया रहैं। शानू घर मा सबसे से बड़ा लड़का रहै। वा इलेक्ट्रानिक का काम करत रहा है। जेहिसे हमार पूरा घर का खर्चा चलत रहा है। बाप कउनौ काम करैं लाइक निहाय। या समय तौ बाप लड़का के मउत के बाद से पागल परा है। शानू 30 मार्च 2013 का बिलाल के दुकान मा बइठ रहै। तबैं बंद गाड़ी मा कुछ लोग आय अउर गोली मार के शानू के जान लई लिहिन।” शानू का भाई मोहम्मद इरफान बताइस कि घर परिवार का भी डेर है। हम लोग घर से बाहर नहीं निकरत आहिन। हमार दुश्मन हमारे आगे आपन सीना तान के निकरत हैं। हम लोग अब पुलिस से इंसाफ के उम्मीद मा हन।
बांदा सी.ओ. आशुतोष शुक्ला का कहब है कि मुकदमा लिख गा है। जेहिमा धारा 147, 148, 149, 302, 307, अउर 120 बी लाग है। सुरक्षा खातिर उनके दरवाजा मा घटना के दिन से पुलिस लाग है। जबै तक पूरे अपराधी न पकरे जइहैं तबै तक पुलिस लाग रही। अबै चार लोगन (मुन्ना, अलीम, इकबाल, अउर जुगनू) का गिरफ्तार कीन गा है। अबै तीन अउर लोगन के ऊपर जांच चलत है। अगर जांच मा सही पाये जइहैं तौ उनका भी जेल भेजा जई। यहिके बाद लड़ाई खातिर दोनों पक्षन मा रोक लगाई जई। अगर दुबारा लड़ाई करिहैं तौ कड़ी कारवाही कीन जई।