ललितपुर जिले के ब्लाक जखौरा गांव मसोरा कला में लगभग एल साल से पानी की समस्या से जूझ रहे हैं। दस हैंडपंप के होते हुए भी किसी में पानी नहीं आ रहा है। इस समस्या से छुटकारा के लिए डीएम से टैंकर की पुरानी मांग भी की गई, लेकिन कोई अभी तक सुनवाई नहीं हुई।
सुनीता का कहना है कि पानी पीने तक को नहीं मिल रहा है। नहाने पीने जानवरों के लिए बहुत दिक्कत होती है। टैंकर के पानी में आगे पीछे के चक्कर से लड़ाई हो जाती है। दीपक ने बताया कि पानी की बहुत ज्यादा समस्या है पानी न मिलने की वजह से मेरा एक भैंसा खत्म हो गे और मैं चार दिन से नहाया नहीं हूँ। बाकी जानवर बीमारों की तरह रह रहे हैं। फूलबाई का कहना है कि पानी के बिना कुछ काम नहीं होता,कम न नहाना न खाना। कम से कम आठ दस डिब्बे पानी लगता है। बिना खाना खाए बिना रह सकते हैं, लेकिन बिना पानी के रहना बहुत मुश्किल है। जिजिआवन रोड़ से, खेत की ओर से, और कोरियन टोला से पानी लाना पड़ता है। ग्रामीण ने बताया कि खाना बर्तन कपड़ा नहाना जानवरों को पानी लगता है। पानी के बिना कुछ काम नहीं होता है। पानी तो हर काम में लगता है। प्रभा देवी का कहना है कि पिछले साल के फरवरी महीने से दिक्कत है। अधिकारी कहते हैं, कि पानी नल में नहीं आता है, तो टैंकर मंगा लो। प्रधान प्रतिनिधि उमेश तिवारी ने बताया कि जिलाधिकारी से 17 मई को मांग कि थी, उसके पीछे प्रमुख सचिव से पानी की टंकी मांग किये थे। एक बार प्रमुख सचिव आलोक रंजन साहब आये, तभी भी टंकी की मांग किये थे। एक बार टंकी का निर्माण हो जाए तो पानी की समस्या का थोड़ा बहुत समाधान हो जाएगा। डीएम के पेशकर का कहना है कि दो दिन नहीं मिल सकते वो छुटटी में हैं।
रिपोर्टर: सुषमा
Uploaded on May 29, 2018