जिला महोबा, ब्लाक चरखारी, गांव कनेरा को मजरा सुदामापुरी। ई गांव के तीन हैण्डपम्प चार महीना से बिगरे हें। जीखे बनवाये खा प्रधान ध्यान नई देत आय। अगर हैण्डपम्प बनवायें खा कहत हें तो बजट न होय को बहाना करके टार देते हे।
भोला ओर कस्तूरी ने बताओ कि एते लगभग सात हैण्डपम्प लगे हे, जीमें से तीन हैण्डपम्प चार महीना से खराब परे हें। पानी भरे के लाने हमें दूसरे मोहल्ला में जाने परत हे। प्रधान से हैण्डपम्प बनवाये खा कहत हे तो ऊ खाता में रूपइया न होय को बहाना कर टार देत हे। प्रधान एते रहत नइयां जीसे ऊखे ई गांव की समस्या के बारे मे कोनऊ चिन्ता नइयां।
प्रधान गीता देवी के आदमी तेज सिंह ने बताओ कि सुदामापुरी ओर कनेरा दोनऊ गांव में हैण्डपम्प खराब हें। मोये खाता में एकऊ बजट नइयां। जीसे में कोनऊ काम कराओ। अभे हैण्डपम्प बनाये वाले मिस्त्री खा बोलाओ हतो। जल्दी ही हैण्डपम्प बनवा दये जेहें।
ब्लाक पनवाड़ी, गांव महुआ दलित बस्ती। एते दस साल पेहले हैण्डपम्प लगो हतो, जोन छह महीना से खराब परो हे। आदमियन खा सात सौ मीटर दूर से पिये पानी खा भरन जाने परत हे।
महेश, मूलचन्द्र ओर चन्द्रशेखर ने बताओ कि जा हैण्डपम्प केऊ दइयां बिगरो हे। हर दइयां हम सब जने आपस में बीस-बीस रूपइया जोर के सुधरा लेत हते। ई दइयां नई सुधराओ तो छह महीना से बिगरो परो हे। गुलाब रानी कि जो हैण्डपम्प बिगर गओ तो दोनऊ टेम पानी की चिन्ता लगी रहत हे। जानवरन खा पानी पिबायें के लाने नदी ले जाने परत हे। प्रधान से केऊ दइयां कहो हे कि हैण्डपम्प सुधरवा देय,
प्रधान के लड़का रवि ने बताओ कि ऊ हैण्डपम्प रिबोर खा परो हे। ओते दूसरो हैण्डपम्प लगवाओ जेहे। अक्टूबर के महीना में मशीन आई हती। खराब होय से ऊ लौट गई हती। ओते जल्दी ही रिबोर करा के दूसरो हैण्डपम्प लगवा दओ जेहे।