लखनऊ। जूली वर्मा ने ‘पॉवर एंजेल’ यानि ‘शक्ति परी’ बनने की ठानी है। जूली का कहना है कि “मैंने देखा है कि घर में मेरे भाई की कोई समस्या होती है तो परिवार के लोग कहते है कि लड़का है संभाल लेगा। लेकिन जब मेरी कोई समस्या होती है तो मेरा घर से बाहर जाना बंद कर देते है। अब ऐसा हो गया है कि घर में अपने समस्याओं की बात करती ही नहीं हूं और यही मेरे ‘पॉवर एंजेल’ बनने का सबसे बड़ा कारण है।”
अप्रैल में जूली की तरह 86,000 और लड़कियों ने ‘पॉवर एंजेल’ का फॉर्म भरा। कौन है यह ‘पॉवर एंजेल’? उत्तर प्रदेश सरकार ने 2013 में महिलाओं के लिए हेल्पलाइन 1090 की शुरुआत की थी। इस हेल्पलाइन को चलाने के लिए सरकार ने महिलाओं और कॉलेज की लड़कियों को शक्ति परी बनाया। यह ‘पॉवर एंजेल’ सोशल मीडिया, फोन, सड़क, कॉलेज आदि में होने वाली छेड़खानी, ब्लैकमेल या धमकी जैसे शोषण के खिलाफ 1090 हेल्पलाइन के जरिए आवाज उठाती हैं। यही नहीं, जो महिलाएं अपनी आवाज नहीं उठा पाती, ‘पॉवर एंजेल’ उनकी आवाज बनती हैं। 2013 में पांच महिलाएं ‘पॉवर एंजेल’ बनी, आज 86,000 बनना चाहती है।
1090 हेल्पलाइन के आईजी नवनीत सकेरा कहते है कि शक्ति परी महिलाओं में जागरूकता और साहस बढ़ा रही है। महिलाओं की जो हालत है उसका सबसे बड़ा कारण है कि हम बेटियों को चुप रहना और सहना सिखाते हैं.। यही नहीं, पहली पांच बनी ‘पॉवर एंजेल’ ने दो साल में 700 बाल विवाह रुकवाए हैं। लेकिन सुरक्षा के लिए इन लड़कियों का नाम गुप्त रखा गया।
राष्ट्रीय क्राइम ब्यूरो की वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार, 90 प्रतिशत यौन हिंसा घर के अंदर ही होती हैं और अपराधी जान-पहचान वाले लोग ही होते हैं।
हालांकि अखिलेश यादव की सरकार द्वारा शुरू किए गए 1090 हेल्पलाइन के संचालन में अभी भी बहुत कमियां है लेकिन इसके द्वारा हजारों की संख्या में महिलाएं आगे आ रही हैं।
सरकार के प्रचार-प्रसार का असर दिख रहा है। अभी तक 86,000 लड़कियों ने फॉर्म भरे है। इन्हें एक पुलिस की आई कार्ड की तर्ज पर कार्ड दिया जाएगा। इनकी भूमिका एक इनफॉर्मर की तरह होगी। इन्हें सोशल मीडिया और मोबाइल द्वारा ऑडियो भेजा जाएगा। साथ ही, अधिकार, कानून और स्वास्थ्य के बारे में ट्रेनिंग दी जायेगी। लक्ष्य यह है कि हर साल दो लाख ‘पॉवर एंजेल’ बनायीं जाएं।
प्रिया मिश्रा इन 86,000 शक्ति परियों में से एक है। यह लखनऊ के विकास नगर में रहती है। इन्हें अभी कार्ड नहीं मिला है लेकिन ‘पॉवर एंजेल’ बनने का जोश इनमें जरुर है। उन्होंने अपने कई दोस्तों की मदद की है और आगे भी करना चाहती हैं। जब उनके मोबाइल पर अवांछित कॉल आने लगे तो उन्होंने 1090 की मदद ली थी।
रिपोर्टर: लक्ष्मी शर्मा