खबर लहरिया वेब स्पेशल पार्क में चुम्मा-चाटी

पार्क में चुम्मा-चाटी

ए.के. का दोस्त उसे समुद्र के किनारे बगीचे में मिलने के लिए कहता है। वह नहीं जनता है कि उसको क्यों बुलाया है। उसका दोस्त लाल टी-शर्ट, जींस और आँखों में रंगीन कॉन्टेक्ट लेंस लगाकर आता है। उसके बारे में ए.के.को कुछ महसूस होता है। कुछ अलग ही होता है। ए.के के दिल की धड़कन कैसे बढ़ती है? उसके पैर कमज़ोर कैसे पड़ने लगते हैं? कैसे उसका अंदाज़ शायरों जैसा होने लगता है? जानने के लिए सुनें ए.के की कहानी।

साभार: एजेंट्स ऑफ़ इश्क